बिहार में महागठबंधन को लेकर अपने पत्ते नहीं खोलना चाहती बसपा

पटना। मध्यप्रदेश व राजस्थान के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करने की बसपा सुप्रीमो मायावती की घोषणा के बाद बिहार में भी महागठबंधन में शामिल होने को लेकर राजनीतिक कयासबाजी शुरू हो गयी है.

पर बसपा लोकसभा चुनाव को लेकर अपने पत्ते बिहार में अभी नहीं खोल रही है. लोकसभा चुनाव में बसपा महागठबंधन में शामिल होगी या फिर अकेले चुनाव लड़ेगी, इसको लेकर पार्टी में अभी असमंजस की स्थिति है. प्रदेश संगठन को पार्टी सुप्रीमो मायावती की घोषणा का इंतजार है. बसपा का बिहार में उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में प्रभाव है.

पार्टी बिहार में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारती रही है. पार्टी का आधार वोट रोहतास, कैमूर, बक्सर, छपरा, गोपालगंज, पश्चिम चंपारण जिलों में है. लेकिन, राज्य में बसपा का न तो कोई सांसद है और नहीं विधानसभा का सदस्य. बसपा नेताओं का कहना है कि पार्टी अकेले चुनाव लड़ने के लिए बिहार की लोकसभा की सभी 40 सीटों पर जोर-शोर से तैयारी कर रही है.

पार्टी पिछले दो बार से लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ी रही है. इधर, बिहार कांग्रेस का मानना है कि जनविरोधी भाजपा सरकार को हटाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल के नेतृत्व में बसपा को साथ आना चाहिए. अगर वह महागठबंधन का हिस्सा बनती है तो उनका स्वागत होगा. वहीं, राजद का कहना है कि लोकसभा चुनाव तक स्थिति जरूर बदलेगी.

लोकसभा चुनाव तक बदलेगी परिस्थिति

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका हालिया बयान छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में है. मुझे लगता है कि लोकसभा चुनाव तक स्थिति जरूर बदलेगी. हालांकि, बेहतर होता कि विधानसभा चुनावों में भी वे गठबंधन बनाकर चुनाव लड़तीं.

उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष को समाप्त करने की राजनीति कर रही है, जो सभी विपक्षी दलों के लिए नुकसानदायक है. ऐसे में सभी विपक्षी दलों को मिलकर मुकाबला करना चाहिए. यह भी सही है कि महागठबंधन बनाने का प्रयास सभी दलों को मिल कर ही करना होगा.

राहुल के नेतृत्व में महागठबंधन में आने पर होगा स्वागत प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने बताया कि महागठबंधन में बसपा के शामिल होने पर कांग्रेस इसका स्वागत करेगी. केंद्र की जनविरोधी सरकार को हटाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में बसपा आना चाहेगी तो उसका स्वागत किया जायेगा.

लेकिन, सीटों का बंटवारा शीर्ष नेतृत्व करेगा. वहीं, प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा महागठबंधन में जरूर शामिल होगी. राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनाव के लिए पहले से महागठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं थी. मध्यप्रदेश व राजस्थान में उनका अपना निर्णय है, लेकिन लोकसभा चुनाव में बसपा साथ रहेगी.

संगठन को मजबूत करने के लिए जोर-शोर से चल रही तैयारी

बिहार में संगठन को मजबूत करने के लिए जोर-शोर से तैयारी चल रही है. खासकर लोकसभा चुनाव को देखते हुए बूथ स्तर तक यूथ को तैयार किया जा रहा है.

बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सह बिहार प्रभारी राम अचल राजभर ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर सभी सीटों पर जोर-शोर से तैयारी चल रही है. जिलावार बैठक की जा रही है. बिहार के प्रदेश अध्यक्ष भरत बिंद की मानें तो जिला स्तर, विधानसभा स्तर व बूथ स्तर पर कमेटी गठित की जा रही है. पूरे प्रदेश में पार्टी पदाधिकारियों का कार्यक्रम रखा गया है.

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