नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान के पोस्टर बॉय हैं, ना कि कांग्रेस पार्टी. राफेल विमान सौदे पर गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए राहुल गांधी से जब पाकिस्तान के मुद्दे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने PM मोदी पर तीखा वार किया.
राहुल गांधी ने कहा कि नवाज शरीफ की शादी में जाने वाले हम नहीं थे, ISI को पठानकोट में जांच के लिए बुलवाने वाले भी हम नहीं थे. उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ की शादी में आप (नरेंद्र मोदी) गए, पठानकोट में ISI को आपने (नरेंद्र मोदी) बुलाया तो पोस्टर बॉय हम कैसे हो गए. नरेंद्र मोदी ही पाकिस्तान के पोस्टर बॉय हैं जो उनसे गले मिलते रहते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने ही नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया था, हमने नहीं बुलाया था.
एयरस्ट्राइक पर जारी सबूतों की बहस को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि शहीदों के परिवार वाले ही जवाब मांग रहे हैं, मैंने अखबार में पढ़ा है कि शहीदों के परिवार ने ही सबूतों की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी इस बारे में अपनी बात लगातार सभी के सामने रख रही है.
आपको बता दें कि बालाकोट में वायुसेना द्वारा की गई एयरस्ट्राइक के बाद से ही कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में जुबानी जंग जारी है. कांग्रेस के कई नेताओं ने एयरस्ट्राइक के सबूत सामने रखने की बात कही थी, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा था.
प्रधानमंत्री ने कहा था कि कांग्रेस के नेताओं के बयान पाकिस्तान में छप रहे हैं, उनके न्यूज़ चैनल लगातार उन्हें दिखा रहे हैं. प्रधानमंत्री के अलावा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और मोदी सरकार के कई मंत्रियों ने कांग्रेस नेताओं को जवाब दिया था. मोदी सरकार में मंत्री वीके सिंह ने तो यहां तक कहा था कि अगर विपक्ष के नेताओं को एयरस्ट्राइक का सबूत चाहिए तो वह खुद बालाकोट जाकर देख लें.
आपको बता दें कि पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के साथ मिलकर जांच की थी, पाकिस्तान से जो टीम भारत आई उसमें ISI के कुछ अधिकारी शामिल थे. इसके अलावा 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के जन्मदिन के अवसर पर पाकिस्तान गए थे.
श्रोत:-आजतक
ममता बनर्जी ने पाकिस्तान में 300 मौतों की रिपोर्ट पर उठाया गंभीर सवाल
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।