ह्यूस्टन। अमेरिकी पुलिस ने भारतीय बच्ची शेरिन मैथ्यूज की मौत की पुष्टि कर दी है. पुलिस के मुताबिक, सोमवार को जिस बच्ची की बॉडी मिली थी वह शेरिन ही है. डॉक्टरों ने दांतों से उसकी पहचान की. वहीं, बच्ची को गोद लेने वाले पिता वेस्ले मैथ्यूज ने अब मान लिया है कि 7 अक्टूबर को तड़के शेरिन को वह जबरन दूध पिला रहा था, तभी जोर की खांसी आने के साथ उसकी सांस नली में दूध फंस गया और उसकी सांस रुक गई. बाद में उसे मरा समझकर उसे ठिकाने लगा दिया. केरल मूल के अमेरिकी वेस्ले मैथ्यूज को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. वेस्ले ने पहले पुलिस को गलत बयान दिया था…
99 साल तक की हो सकती है जेल
घटना के दिन वेस्ले ने पुलिस को बताया था कि दूध नहीं पीने पर उसने तीन साल की शेरिन को सजा के तौर पर आधी रात में घर के बाहर खड़ा कर दिया था. उसी दौरान वह लापता हो गई थी. वेस्ले को इस मामले में पांच साल से 99 साल तक की जेल की सजा हो सकती है.
कौन है शेरिन मैथ्यूज?
वेस्ले मैथ्यूज और उसकी पत्नी सिनी मैथ्यूज ने बिहार के नालंदा के एक आश्रम से शेरिन को गोद लिया था. बाद में वे उसे लेकर अमेरिका चले गए थे.
घटना पर एक नज़र
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, यह घटना 7 अक्टूबर की है. वेस्ले ने बताया था कि शेरिन को दूध पूरा नहीं पीने की वजह से घर के बाहर पेड़ के नीचे खड़े रहने की सजा दी. करीब 15 मिनट जब वेसले बेटी को देखने पहुंचा तो वो वहां नहीं थी. पांच घंटे बीत जाने के बाद भी वेसले ने इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी. पुलिस ने कहा था कि रिपोर्ट करने में देरी करना संदेह पैदा करने वाली बात है. 23 अक्टूबर को रिचर्डसन पुलिस को एक बच्ची की बॉडी मिली. पुलिस ने शेरिन की बॉडी होने की आशंका जताई थी.
पहले भी पिता को अरेस्ट किया गया था, लेकिन बेल मिली
वेस्ले को 7 अक्टूबर की रात को अरेस्ट किया गया था. उस पर बच्चे के साथ लापरवाही बरतने का आरोप लगा. हालांकि, बाद में उसे 2.5 लाख डॉलर के बॉन्ड पर रिहा भी कर दिया गया. अरेस्ट वारंट एफिडेविट के मुताबिक, वेस्ले ने बताया कि वह केरल का रहने वाला है. उसने रात 3 बजे बेटी से कहा था कि वह घर के बाहर एक बड़े पेड़ के नीचे खड़ी हो जाए.

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