जानिए, क्या है कश्मीर का ताजा हाल

जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35A खत्म होने के बाद पूरी दुनिया की नजर कश्मीर पर है. 5 अगस्त को भारत सरकार द्वारा इस मामले पर बड़ा फैसला लेने के बाद हर कोई जानना चाहता है कि आगे क्या होगा. हम आपको इस खबर में बताएंगे कश्मीर का ताजा हाल. साथ ही यह भी बताएंगे कि आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर क्या हो सकता है.

  • आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
  • कश्मीर में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जबकि जम्मू में धारा 144 लागू है.
  • पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अबदुल्ला के गिरफ्तारी की खबर आ रही है. पहले उनको नजरबंद किया गया था.
  • अधिकारियों का कहना है कि कश्मीर घाटी के पास तीन महीने से ज्यादा का चावल, गेहूं, मीट, अंडे और ईंधन है. प्रदेश में किसी भी तरह के खाने की कमी नहीं होगी.
  • राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल खुद श्रीनगर में मौजूद हैं और हालात पर नजर रखे हुए है. कहा जा रहा है कि अजित डोभाल केंद्र के फैसले को सही तरीके से लागू होने तक वहीं रहेंगे.
  • संसद में इस बिल को पेश करने और फिर इसे पारित करा लेने के बाद गृहमंत्री अमित शाह के तीन दिवसीय कश्मीर दौरे पर जाने की खबर है. अमित शाह संसद का सत्र खत्म होने के बाद घाटी का दौरा करेंगे.
  • कश्मीर घाटी के नेता इस बिल को असंवैधानिक बताकर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी में हैं. उनका तर्क है कि संविधान में आर्टिकल 370 को खत्म करने के लिए कुछ विशिष्ट प्रावधान तय हैं और सरकार ने इसकी अनदेखी की है.

आम लोगों की बात करें तो देश के आम नागरिकों में सरकार के इस कदम से उत्साह है. अनुच्छेद 370 को रद्द करना सही है या गलत इस बहस से इतर ज्यादातर लोग सरकार के फैसले के साथ दिख रहे हैं. सोशल मीडिया के जरिए लोग अपनी प्रतिक्रियाएं जारी कर रहे हैं, जिससे साफ पता चल रहा है कि लोगों के बीच इस फैसले का स्वागत किया जा रहा है. इससे पहले गृहमंत्री द्वारा संसद में इस बिल के पेश करने के बाद बहुजन समाज पार्टी ने इस फैसले का समर्थन किया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अनुच्छेद 370 पर सरकार के फैसले का स्वागत किया है.

हालांकि सरकार की नजर जम्मू कश्मीर में हालात पर बनी हुई है. देखना यह होगा कि जब जम्मू कश्मीर में कर्फ्यू में ढील होगी और वहां के आम लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू होगी, तब आम कश्मीरी इस फैसले को लेकर क्या कहते हैं.

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