ये मुसहर टोली है, यहां न सीएम योजना पहुंची, न ही पीएम योजना

1356

भारत में दलितों की स्थिति देश के कई हिस्सों में आज भी बदतर है। आज भी वो मूल अधिकारों और जीवन जीने की जरूरी चीजों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दलितों की एक बड़ी आबादी तक आज तक न तो शिक्षा पहुंच पाई है और न ही सरकारी संसाधन। दलितों में भी दलित कही जाने वाली एक जाति होती है- मुसहर। इनकी आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक स्थिति इतनी खराब है कि बमुश्किल मुसहर समाज का कोई व्यक्ति ऐसा मिलेगा जिसका जीवन बेहतर हो। गरीबी में सनी इस समाज की बड़ी आबादी तक आज तक सरकारी मदद के नाम पर मुट्ठी भर अनाज के अलावा बाकी चीजें कम ही पहुंची है। प्रधानमंत्री आवासीय योजना, मुख्यमंत्री नल-जल योजना और ऐसे ही तमाम सरकारी योजनाओं के बावजूद आज तक न इनके सर पर पक्की छत पहुंची है, और न ही दरवाजे पर नल।

दलित दस्तक के रिपोर्टर गुड्डू कश्यप ने बिहार के सारण जिले के नगरा प्रखंड के एक मुसहर बस्ती की जमीनी हकीकत की पड़ताल की। और जो नतीजें सामने आएं हैं, वो चौंकाने वाले थे। देखिए यह रिपोर्ट-

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.