आगरा। यूपी के आगरा में अंधविश्वास ने एक बुजुर्ग दलित महिला की जान ले ली. डौकी क्षेत्र के मुटनई गांव में उच्च जाति के लोगों ने बुजुर्ग दलित महिला चुड़ैल बता और पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया. घटना से गांव में तनाव है. आरोपी पक्ष के लोग घरों से फरार हैं.
मुटनई निवासी 65 वर्षीय मान देवी बुधवार (2 अगस्त) को सुबह साढ़े तीन बजे शौच करने घर से गई थीं. लौटते समय वे रास्ता भटककर बघेल बस्ती में चली गई. मानदेवी के बेटे गुलाब सिंह ने बताया कि वे निहाल सिंह के घर के बाहर पहुंच गई. तभी निहाल सिंह के बेटे मनीष और सोनू ने उन्हें चुड़ैल बताकर पीटना शुरू कर दिया. उन्होंने अपना नाम बताते हुए आरोपियों से कहा कि वे उन्हें जानती हैं. पड़ोस में ही रहती हैं. मगर, किसी ने उनकी बात नहीं सुनी. डंडों से पीट-पीटकर उन्हें बेहोश कर दिया.
इसके बाद आरोपी महिला को जाटव बस्ती के केपी सिंह के घर के बाहर फेंक गए. केपी सिंह ने महिला के परिजनों को सूचना दे दी. उन्हें लेकर थाने पहुंचे. पुलिस ने उनकी तहरीर पर एनसीआर लिखकर महिला को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेज दिया. जिला अस्पताल से भी महिला की चोट सामान्य बताकर छुट्टी दे दी गई.
यहां से परिजन उन्हें घर ले जा रहे थे, तभी ताजगंज की गोबर चौकी के पास उनकी मौत हो गई. इसके बाद परिजन उन्हें थाना डौकी लेकर पहुंच गए. थाने के सामने सड़क पर शव रखकर परिजनों ने हंगामा कर दिया. सीओ फतेहाबाद मौके पर पहुंच गए. उन्होंने महिला के परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया.
घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति बन गई. आरोपी पक्ष का कहना है कि महिला उनके घर बाल काटने आई थी. निहाल सिंह की पत्नी प्रकाश देवी के रात में ही बाल कटे थे. उन्होंने मान देवी पर बाल काटने का आरोप लगाया. घटना के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है. टकराव न हो इसलिए गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है. मान देवी के बेटे गुलाब सिंह ने मनीष और सोनू के खिलाफ तहरीर दे दी. सीओ डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि तहरीर के मुताबिक मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपियों की तलाश की जा रही है.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।