नई दिल्ली। मोदी सरकार ने विपक्षी की दिग्गज महिला नेताओं से समर्थन मांगा है. इस वक्त सोनिया गांधी व ममता बनर्जी मायावती एक-दुसरे के बहुत करीब हैं, ऐसे में भाजपा सरकार मौका देखकर समर्थन मांगी है. इनके समर्थन से ही सरकार तीन तलाक के ऐतिहासिक फैसले पर आगे बढ़ पाएगी. मोदी सरकार इस मामले पर विरोधियों से पूरी तरह से घिर गई है. तीन तलाक विधेयक पिछले छह महीने से राज्यसभा में लंबित है. ऐसे में मोदी सरकार राज्यसभा में विपक्ष के आगे कमजोर है.
तीन तलाक को पारित कराने के लिए मोदी सरकार बेताब है. बिना विपक्ष के सहयोग के यह बिल संसद में पारित नहीं हो पा रहा है. अब सरकार इस बिल को पारित कराने के लिए अपने तीनों मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस, बीएसपी और तृणमूल कांग्रेस से समर्थन मांगा है. केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी पार्टियों की प्रमुख महिला नेताओं से अपील की है कि वे राजनीतिक मतभेद को भूलकर महिला हित में तीन तलाक को प्रतिबंधित करने वाले विधेयक को आगे बढ़ाने में मदद करें. इनका कहना है कि सरकार के इस फैसले का स्वागत मुस्लिम महिलाएं कर रही हैं लेकिन इन तीन महिला नेताओं के समर्थन मिल जाता तो विधेयक जल्द पास हो जाता.
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