विश्व के तमाम देशों में बाबासाहब डॉ. आंबेडकर की लोकप्रियता दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। न सिर्फ वहां बसे अंबेडकरवादी-मूलनिवासी समाज के लोग बल्कि वहां की सरकार भी अब बाबासाहेब के ज्ञान के आगे नतमस्तक हो रही है और उन्हें सम्मान दे रही है। भारत के अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी बाबा साहब की स्वीकार्यता बढ़ती जा रही है, और उन देशों में भी अंबेडकर जयंती मनाई जाने लगी है। बड़ी खबर कनाडा से है। बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा जीवन भर मानवता के लिए किए गए संघर्ष को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया राज्य ने यूनाइटेड किंगडम की रानी एवं कॉमनवेल्थ की प्रमुख एलिज़बेथ द्वितीय की सहमति से, 14 अप्रैल, 2021 को ‘डॉ बी आर आंबेडकर समता दिवस’ (Dr. B. R. Ambedkar Equality Day) घोषित किया है। यानी कनाडा में बाबासाहेब आंबेडकर के जन्मदिन को ‘समता दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा।
कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रोविंस ने एक पत्रक जारी करते हुए बाबासाहब के जन्मदिन 14 अप्रैल को ‘डॉक्टर अंबेडकर समता दिवस दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इससे पहले कनाडा के सिर्फ बरनबी नगरपालिका ने बाबासाहब की जयंती को डॉ. बी.आर. आंबेडकर द डे ऑफ इक्टविलिटी के रूप में मनाया था। लेकिन इस बार कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया राज्य ने यूनाइटेड किंगडम की रानी एवं कनाडा एवं कॉमनवेल्थ की प्रमुख एलिज़बेथ द्वितीय की मुहर लगी है। यानी पूरे कनाडा में बाबा साहब की जयंती को समता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। निश्चित तौर पर यह कनाडा में बसे अंबेडकरवादियों के साथ दुनियाभर के अंबेडकरवादियों के लिए एक बड़ी खबर है। इससे जाहिर होता है कि भारत से बाहर बसे अंबेडकरवादियों सहित अन्य देशों के सभ्य समाज में बाबासाहेब आंबेडकर की शिक्षाओं को लेकर जानकारी बढ़ रही है।
उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में कॉमनवेल्थ में शामिल अन्य देशों में भी बाबासाहेब की जयंती 14 अप्रैल को मनाने की घोषणा हो सकती है।

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