गुवाहाटी। सेना अगर समय पर नहीं पहुंचती तो फिर एक भीड़ तीन साधुओं को मौत के घाट उतार देती. स्थानीय लोग साधु के वेश में उन्हें बच्चा चोर समझ बैठे. इसके बाद देखते ही देखते भीड़ आक्रोश का रूप लेने लगी. ये घटना असम के डीमा हसाओ इलाके की है.
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक इन तीन लोगों में से दो उत्तर प्रदेश से हैं जबकि एक गुजरात से है. इन लोगों को बाद में सेना के महुर कैंप ले जाया गया जहां इनसे पूछताछ भी की गई. सेना के अधिकारियों की माने तो ये लोग असम में होने वाले मेले में भाग लेने के लिए यहां आए थे. गौरतलब है कि त्रिपुरा में हाल ही में एक फेक न्यूज की वजह से हुई हिंसा 4 लोगों की जान चली गई है. मृतकों में सुकांत चक्रवती नाम का एक वो शख्स भी शामिल है जिसे पुलिस ने फेक न्यूज के खिलाफ जागरुकता अभियान में शामिल कर रखा था.
दरअसल, भारत में बच्चा चोर का अफवाह फैलाकर मारने की दो तीन घटनाएं सामनें आ चुकी हैं. हाल हीं में सीरिया के एक वीडियो को भारत में किसी ने फैला दिया जिससे महाराष्ट्र के धुले में भी 5 लोगों को बच्चा चोर समझकर मौत के घाट उतार दिया गया. जब इस वीडियो की पड़ताल की गई तो पता चला कि यह वीडियो सीरिया के उन बच्चों का जो एक रासायनिक हमले में मारे गये हैं. आपको बता दें कि फेक न्यूज की वजह से अलग-अलग घटनाओं में 20 लोगों की जान चुकी है.
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