सारण। बिहार के मशरक स्थित टोटहा जगतपुर में स्थापित बाबासाहेब की प्रतिमा को तोड़ने के बाद जिले भर के अम्बेडकरवादियों द्वारा किया गया आंदोलन रंग ले आया है. सारण के डीएम हरिहर प्रसाद ने जगह की जांच कर फिर से प्रतिमा बनाए जाने का आदेश दिया है. घटना के बाद भड़के विरोध से सकते में आए जिलाधिकारी ने भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर के साथ बैठक की. इसमें डीएम ने प्रतिमा स्थल की जांच करने औऱ कोई परेशानी आने की स्थिति में उसे दूर करते हुए फिर से प्रतिमा बनाए जाने का आदेश दिया. जिलाधिकारी ने चौराहे को विकसित करने का भी निर्देश दिया है.
जिला प्रशासन द्वारा इस तरह की सूचना आने के बाद जिले भर के अम्बेडकरवादियों में काफी उत्साह है. घटना के बाद से ही पूरे छपरा जिले में आंदोलन भड़क गया था. लोगों ने पूरे छपरा जिले में सड़क पर प्रदर्शन किया. उन्होंने रेल से लेकर रास्ता तक रोक दिया. अम्बेडकरवादियों के लिए यह प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया था क्योंकि प्रतिमा का विखंडन सीधे तौर पर बाबासाहेब का अपमान था. मामले में इसलिए भी दबाव बन पाया क्योंकि जिले भर के अम्बेडकरवादी संगठन साथ आ गए थे.
साझा विरोध की वजह से ही एक के बाद एक लगातार अधिकारी घटनास्थल का दौरा करते रहें. मशरक के बीडीओ रंजीत कुमार सिंह ने उस स्थल का जायजा लिया और बाबा साहेब की मूर्ति बनवाने के लिए उच्चाधिकारी के पास पत्र भेजा. इसके पहले मढ़ौरा के एसडीओ ने भी मामले की जांच की. इस मामले में संगठनों द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया गया. बताते चलें कि 10 दिसंबर को सारण के कमिश्नर नर्वदेश्वर लाल ने छपरा जिले के टोटहा जगतपुर पानापुर में बाबासाहेब की प्रतिमा का अनावरण किया था, जिसे उसी रात को जातिवादी गुंडों ने तोड़ डाला था. जिसके बाद जिले भर में आंदोलन भड़क गया था.
रिपोर्ट- नागमणि

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