नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली व पंजाब की दलित सियासत में मजबूत पैठ बनाने की कोशिश में है. देश भर में कहीं भी दलितों के साथ होने वाली हिंसा के खिलाफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल काफी मुखर रहते हैं. वहीं, बीते दिनों पंजाब में हरपाल चीमा को नेता प्रतिपक्ष बनाने के पीछे दलित समाज को सम्मान व हक दिलाने की आप ने दलील दी थी. दूसरी तरफ दिल्ली विधानसभा से लेकर सड़क पर दलित मसलों पर दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम सड़क से लेकर सदन में संघर्ष करते दिखते हैं. इसी कड़ी में बुधवार को राजेंद्र पाल गौतम ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मुलाकात की. उनके साथ दलित समाज का एक प्रतिनिधिमंडल भी था. इस दौरान दोनों नेताओं ने 2019 के लोक सभा चुनाव के बारे में एक घंटे से अधिक समय तक चर्चा की. साथ ही दलित आंदोलन को साथ-साथ आगे बढ़ाने की मंशा भी जाहिर की.
मुलाकात के बारे में राजेंद्र पाल गौतम का कहना था कि चंद्रशेखर उनके समाज से ताल्लुक रखते हैं. उनकी तबियत की जानकारी लेने के साथ ही 2019 के चुनाव में न्याय की लड़ाई और संविधान की रक्षा सहित कमजोर वर्ग की लड़ाई में भीम आर्मी प्रमुख का भी सहयोग लिए जाने पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने करीब एक घंटे से ज्यादा समाज के अलग-अलग मसलों पर बात की. गौरतलब है कि इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने भी सहारनपुर जाकर भीम आर्मी प्रमुख से मिलने की इच्छा जताई थी. लेकिन जिला प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी थी. ऐसे में केजरीवाल को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था.
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Jay bheem