जालंधर। पंजाब में हक मांग रही दलित औरतों पर ट्रैक्टर चढ़ाने के मामले को लेकर दलितों ने विरोध जताया है. लोगों का कहना है कि प्रशासन नींद में सो रही है. इसको जगाने के लिए चक्का जाम किया जाएगा. इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा. साथ ही प्रशासन को कुंभकर्णी नींद से जागने की बात भी कही.
पेंडू मजदूर यूनियन ने बताया कि सरकार की घोषणाओं के बावजूद दलितों को उनके हक नहीं मिल पा रहे हैं. जब ब्लाक जालंधर वैस्ट के गांव हसनमुंडा में बीते दिनों अपना हक मांगने सड़क पर उतरे तो दलितों पर अत्याचार किया गया व दलित औरतों पर ट्रैक्टर चढ़ाया गया. लेकिन कान खोलकर सुन लें इससे हमारी आवाज नहीं दब सकती है. यदि ऐसा करने वालों पर कार्रवाई नहीं की गई तो हाईवे पर चक्का जाम किया जाएगा.
जमीनों पर अमीरों का कब्जा
इस मामले को लेकर जिलाधीश कार्यालय में मांग पत्र दिया गया जिसमें पंचायत की जमीन का तीसरा हिस्सा दलितों को दिए जाने की बात कही. इनका कहन है कि संवैधानिक अधिकार के बावजूद भी दलितों के पंचायतों की जमीनों पर अमीर लोगों का कब्जा है. पंजाब केसरी की खबर के अनुसार गांव हसनमुंडा के अलावा ब्लाक फिल्लौर का गांव संगतपुर, ईस्ट का गांव हरदोफराला, मैहतपुर के गांव कुरशेतपुर में नियमों के विपरीत जाकर जमीनें दी गई हैं. प्रदेश प्रधान तरसेम पीटर, जिला प्रधान हंसराज पबवां, जिला सचिव कश्मीर सिंह घुगशोर, दर्शन पाल बटाला, चन्नन सिंह, बलविन्द्र कौर ने कहा कि यदि तुरंत प्रभाव से उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वे 11 जून को पंजाब भर में चक्का जाम करेंगे.
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