नई दिल्ली। सपा की नींव रखने वाले मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र अखिलेश के बीच विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है कल राष्ट्रपति चुनाव में भी मुलायम सिंह का वोट रामनाथ कोविंद को जाने की आंशका जतायी जा रही है. गौरतलब है कि इटावा को सपा का गढ़ माना जाता है जहां शिवपाल और मुलायम की जगह-जगह होर्डिंग लगी रहती हैं. ताजा लगे होर्डिंग की खास बात यह है कि इसमें अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी का नाम तक नहीं है. होर्डिंग लगने के बाद इलाके में अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है.
बता दें यह होर्डिंग्स यादव परिवार में कलह के बाद इटावा में बने संगठन “मुलायम के लोग” के बैनर तले लगाया गया है. इस होर्डिंग में लिखा है की गूंजे धरती और पाताल, प्रदेश के नेता हैं शिवपाल. इस होर्डिंग में न तो अखिलेश यादव की फोटो नजर आ रही है न ही पार्टी के लिए कुछ लिखा है. यहां तक की इसमें समाजवादी पार्टी का निशान तक नहीं है.
जानकारी देते हुए सपा से इस्तीफा दे चुके इटावा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि हमारा और हमारे नेता मुलायम सिंह यादव और शिवपाल का सपा से कोई मतलब नहीं है. हम समय-समय पर इस तरह की मुहिम चलाते रहते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि हम 15 अगस्त को इटावा में एक बड़ा कार्यक्रम करने जा रहे हैं, जिसमें मुलायम सिंह और शिवपाल यादव शामिल होंगे.
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