मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के ग्वालियर खंडपीठ में बाबासाहेब की प्रतिमा लगाने के मुद्दे पर बहनजी सामने आई हैं। इस मुद्दे को उठाते हुए बसपा सुप्रीमों और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल, माननीय उच्च न्यायालय तथा मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप कर बाबासाहेब की प्रतिमा को स्थापित करवाने की मांग की है। अपने बयान में बहनजी ने प्रतिमा लगाने का विरोध करने वाले वकीलों को जमकर फटकार लगाई है। बहनजी के इस मुद्दे पर आवाज उठाने से मामला गरमा गया है।
सोशल मीडिया एक्स पर इस मुद्दे को उठाते हुए बहनजी ने लिखा- मध्य प्रदेश हाईकोर्ट खण्डपीठ ग्वालियर में अधिवक्ताओं की माँग व उन्हीं के आर्थिक सहयोग से परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति लगाने की अनुमति माननीय कोर्ट द्वारा दी गई तथा कोर्ट के निर्देशन में ही स्थान का चयन एवं चबूतरा बनाया गया व मूर्ति भी बनकर तैयार हुई।
1. मध्य प्रदेश हाईकोर्ट खण्डपीठ ग्वालियर में अधिवक्ताओं की माँग व उन्हीं के आर्थिक सहयोग से परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति लगाने की अनुमति माननीय कोर्ट द्वारा दी गई तथा कोर्ट के निर्देशन में ही स्थान का चयन एवं चबूतरा बनाया गया व मूर्ति भी बनकर तैयार हुई।
— Mayawati (@Mayawati) May 23, 2025
बहनजी ने प्रतिमा लगाने का विरोध करने वाले जातिवादी वकीलों को लताड़ लगाते हुए कहा कि- कुछ जातिवादी सोच से ग्रसित अधिवक्ताओं द्वारा मूर्ति स्थापना का विरोध किया जा रहा है। बाबा साहेब के विरोधियों को यह समझना होगा कि सदियों से उपेक्षित बहुजन समाज अब अपना सम्मान पाना चाहता है।
मध्य प्रदेश सरकार को घेरते हुए बहनजी ने कहा कि- सोशल मीडिया पर भड़काऊ वक्तव्यों के बावजूद इन पर कार्रवाई नहीं की गई। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल, उच्च न्यायालय तथा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग किया कि मूर्ति लगाने में आ रही बाधाओं को दूर करके, तत्काल उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर में संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति को सम्मानपूर्वक स्थापित कराएं।
साफ है कि देश की दिग्गज नेता के इस विवाद में सामने आने के बाद प्रतिमा लगाने के समर्थक वकीलों में उत्साह है तो मध्य प्रदेश सरकार दबाव में आ चुकी है।

राज कुमार साल 2020 से मीडिया में सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हैं।