नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने बीते सोमवार को खुशी जाहिर करते हुए कहा कि चुनावी हार-जीत से परे भारत का अगला राष्ट्रपति दलित होगा. मायावती ने अपना वोट देने के बाद कहा, “जब भी चुनाव होता है कोई एक व्यक्ति जीतता है, और दूसरा हारता है. हालांकि, मैं खुश हूं कि जो भी नतीजा हो एक अनुसूचित जाति का व्यक्ति राष्ट्रपति बनने जा रहा है. यह हमारे आंदोलन और हमारी पार्टी के लिए खुशी का क्षण है.” राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और विपक्षी पार्टियों की संयुक्त उम्मीदवार पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के बीच सीधा मुकाबला है. दोनों ही दलित समुदाय से हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव में वोट डाला. कांग्रेस नेता ने रविवार को राष्ट्रपति चुनाव में सांसदों व विधायकों से ‘स्वविवेक से मतदान करने’ की अपील की थी. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि यह ‘संकुचित विचारधारा, विभाजनकारी और सांप्रदायिक दृष्टिकोण’ को देश पर थोपने की कोशिश कर रही है.
सभी निर्वाचित सांसद और विधायक राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के उत्तराधिकारी के चुनाव के लिए मतदान करने के योग्य हैं. मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त हो रहा है.
राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और विपक्षी दलों की साझा उम्मीदवार व पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार आमने-सामने हैं.
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।