नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय से राफेल की फाइल चोरी होने की बात कहे जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने सरकार को निशाने पर लिया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा.
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि इस सरकार में रोजगार गायब हो गया, किसानों को मिलने वाला सही दाम गायब हो गया, 15 लाख रुपये जो आने थे, वो गायब हो गए. और राफेल की जो फाइले हैं, वो गायब हो गईं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी संस्थाएं और मंत्री नरेन्द्र मोदी को बचाना चाहती है.
दूसरी ओर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया सुश्री मायावती ने भी इस मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा. एक बयान जारी कर बसपा प्रमुख ने कहा कि रक्षा मंत्रालय से राफेल लड़ाकू विमान सौदे के अहम व गुप्त दस्तावेजों के गायब होने की खबर शर्मनाक और गैर जिम्मेदाराना है. सुप्रीम कोर्ट में इस तरह का सनसनीखेज रहस्योघाटन करने से पहले नरेन्द्र मोदी सरकार को देश से मांफी मांगनी चाहिए कि वो देश हित और देश की सुरक्षा के मामले में विफल साबित हुए हैं. यह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ है.
बसपा प्रमुख ने कहा कि बदली हुई परिस्थिति में माननीय सुप्रीम कोर्ट को अपनी निगरानी में जांच करानी चाहिए ताकि देश की जनता संतुष्ट हो सके. बसपा प्रमुख ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि पहले पुलवामा और अब राफेल के मामले में भी राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी केंद्र की बीजेपी सरकार अपनी घोर विफलता व वादाखिलाफी से लोगों का ध्यान बांटने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि राफेल का मामला अब सिर्फ भ्रष्टाचार का ही नहीं है, बल्कि अब वह राष्ट्रीय सुरक्षा के संबंध में राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है.

दलित दस्तक (Dalit Dastak) साल 2012 से लगातार दलित-आदिवासी (Marginalized) समाज की आवाज उठा रहा है। मासिक पत्रिका के तौर पर शुरू हुआ दलित दस्तक आज वेबसाइट, यू-ट्यूब और प्रकाशन संस्थान (दास पब्लिकेशन) के तौर पर काम कर रहा है। इसके संपादक अशोक कुमार (अशोक दास) 2006 से पत्रकारिता में हैं और तमाम मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। Bahujanbooks.com नाम से हमारी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को सोशल मीडिया पर लाइक और फॉलो करिए। हम तक खबर पहुंचाने के लिए हमें dalitdastak@gmail.com पर ई-मेल करें या 9013942612 पर व्हाट्सएप करें।