
भोपाल। राजधानी से सटे एक गांव में सिंह परिवार के दबंगों ने दलित किसान पर पेट्रोल उड़ेलकर उसे जिंदा जला दिया. किसान के परिवार वाले खौफनाक मंजर को देखकर छटपटाते-चिल्लाते रहे लेकिन गांव में कोई डर के मारे बचाने नहीं आया. 70 साल के बुजुर्ग दलित किसान को 90 फीसदी तक जिंदा जला डाला. किसान को तत्काल सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया.
जमीन हड़पने को लेकर…
बताया जा रहा है कि घटना भोपाल से सटे बैरसिया तहसील के परसोरिया घाटखेड़ी गांव की है. मृतक किसान किशोरी लाल जाटव ने अपने जमीन को दबंगों से बचाने के कारण उसे मौत मिली. इस सनसनीखेज हत्या के बाद बैरसिया पुलिस ने दोपहर में चार आरोपियों के खिलाफ हत्या, खेत पर कब्जे की कोशिश और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया, पर आरोपियों की रात तक गिरफ्तारी नहीं होने से गांव में तनाव बढ़ता दिखा. बाद में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज लोग अस्पताल में इकट्ठा हो जमकर हंगामा किया. भीड़ बढ़ते देख बैरसिया पुलिस को भोपाल से बल बुलवाना पड़ा.
किसान के बेटे का कहना
मृतक किसान के बेटे कैलाश जाटव ने बताया कि, “2002 में सरकार ने हमें परसोरिया जोड़ स्थित 3.5 एकड़ जमीन पर पट्टा दिया था. तब से ही हम यहां खेती कर रहे थे. इस साल गांव के दबंग तीरन सिंह यादव ने इस पर कब्जा कर लिया. कल सुबह जब मां तंखिया और पिता किशोरी लाल खेत पर पहुंचे तो देखा कि तीरन, उसका बेटा प्रकाश, भतीजे संजू और बलबीर खेत को ट्रैक्टर से जोत रहे थे. पिता ने विरोध करने पर वे भड़क गए. इसके बाद प्रकाश, संजू और बलबीर ने उनके हाथ-पैर पकड़ लिए और तीरन ने पेट्रोल उड़ेलकर जिंदा जला दिया. इस घटना के बाद किसान परिवार सदमे में है.
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