Tuesday, April 29, 2025
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मासिक धर्म होने पर दलित छात्रा को परीक्षा कक्ष से बाहर निकाला

"मेरी पत्नी द्वारा स्कूल प्रशासन से शिकायत करने पर स्कूल के कॉरेस्पोंडेंट ने उससे कहा की दलितों के साथ ऐसा ही व्यवहार होगाl" इसके बाद मां ने कक्षा के बाहर बैठी अपनी बेटी का वीडियो बना लिया।

तमिलनाडु। तामिलनाडु के कोयंबरटूर जिले से एक हैरान करने वाली खबर आई है। जिले के सेनगुट्टईपलायम में एक दलित छात्रा को इसलिए कक्षा के बाहर बैठकर परीक्षा देनी पड़ी, क्योंकि उसे पीरियड आ गया था। इस मामले में पीड़ित छात्रा के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक,  उनकी दोनों बेटियाँ स्वामी चिद्भवानंद मैट्रिक हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ती हैं। बेटियों की परीक्षा थी। इस दौरान छोटी बेटी को पीरियड आ गया, जिसके बाद उसे बाहर बिठा दिया गया।

इस शिकायत के बाद तमिलनाडु पुलिस ने कोयंबटूर जिले में 10 अप्रैल को स्वामी चिद्भवानंद मैट्रिक हायर सेकेंडरी स्कूल के तीन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दायर किया। जिन पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें निजी मैट्रिकुलेशन स्कूल कॉरेस्पोंडेंट, सहायक कॉरेस्पोंडेंट सह-प्रधानाचार्य और कार्यालय सहायक पर एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले के तूल पकड़ने के बाद स्कूल प्रबंधन ने प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया है।

लड़की के पिता ने बेटियों के साथ जातिवाद का भी आरोप लगाया है। उनका आऱोप है कि “मेरी पत्नी द्वारा स्कूल प्रशासन से शिकायत करने पर स्कूल के कॉरेस्पोंडेंट ने उससे कहा की दलितों के साथ ऐसा ही व्यवहार होगाl” इसके बाद मां ने कक्षा के बाहर बैठी अपनी बेटी का वीडियो बना लिया। स्कूल शिक्षा मंत्री वी सेंथिल बालाजी ने कहा कि कोयंबटूर ग्रामीण पुलिस दुर्घटना की विस्तृत जांच कर रही है।

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