Monday, August 4, 2025

ओपीनियन

भारत में चार प्रकार के बौद्ध हैं

पहले, परम्परागत बौद्ध हैं जो अधिकतर लद्दाख, अरुणाचल, सिक्किम, असम, नागालैण्ड, पश्चिम बंगाल आदि प्रांतों में रहते हैं- चकमा, बरुआ, ताईआदि. ये वे बौद्ध हैं जो भारत के बुद्ध धम्म के विपत्तिकाल में स्वयं को बचा सके और बुद्ध धम्म की धरोहर को मुसीबतों...

साम्प्रदायिक राष्ट्रवाद बनाम सामाजिक न्याय और कन्हैया

कन्हैया की संभावनाओं को लेकर बहस तेज है. नामचीन हस्तियों ने बेगूसराय में कन्हैया के पक्ष में चुनाव प्रचार किया. चुनाव बाद भी बहस जारी है. अब अपूर्वानंद जैसे बड़े नाम खुलकर इनके पक्ष में मुहिम चला रहे हैं. वहीं, कुछ लोग कन्हैया को...

अलवर सामूहिक बलात्कार, जाति और हिंदू संस्कृति

18 वर्षीय दलित महिला के साथ सामूहिक बलात्कार की रूह कंपा देने वाली घटना किसी भी इंसान को स्तब्ध कर देने वाली. 5-6 बलात्कारियों 3 घंटे तक बारी-बारी से महिला के साथ बलात्कार किया. इस दौरान वे महिला और उसके पति को पीटते रहे....

मोदी की सवर्णपरस्ती से पैदा हुये : लोकतंत्र के ढांचे के विस्फोटित होने लायक हालात!

सत्रहवीं लोकसभा का चुनाव समापन की ओर अग्रसर है. अब इसके सिर्फ दो चरण बाकी रह गए हैं. इस बीच पक्ष-विपक्ष बदजुबानी जंग पर उतारु हो आया है. इनमें मोदी जिस तरह की स्तरहीन भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, उससे पूरा देश स्तब्ध...

क्या सोनभद्र के दलित-आदिवासी सपा-बसपा और भाजपा को वोट देंगे?

सोनभद्र उत्तर प्रदेश का क्षेत्रफल में सबसे बड़ा जिला है. यह एक आदिवासी-दलित बाहुल्य जिला है. इस जिले की कुल आबादी 18.62 लाख है जिस में से 4.21 लाख दलित और 3.85 लाख आदिवासी हैं जोकि कुल आबादी का लगभग 44% है. यह जिला...

समरसता बनाम जातीय आतंकवाद

टिहरी जिले के श्रीकोट गांव में जातीय दंभ में डूबे मनुवादियों द्वारा एक दलित युवक की हत्या की खबर इस समाज के एक तबके का अमानवीय चेहरा उजागर करता है. दलित युवक को सिर्फ इसलिए मार डाला गया क्योंकि वह एक शादी समारोह में...

सामाजिक चेतना के सिपाही का चले जाना

गत दिवस सहारनपुर में बसपा के वरिष्ठ नेता फूल सिंह का अल्प बीमारी के बाद निधन हो गया. श्री फूल सिंह की आयु लगभग 96 वर्ष थी. स्व.फूल सिंह को यूं तो राजनीतिक रूप से बहुत प्रतिष्ठा प्राप्त नहीं हुई लेकिन दलित आंदोलन, और...

व्रत और उपवास

व्रत और उपवास ऐसे दो शब्द हैं , जिनके बारे में लोगों में कई भ्रांतियां हैं. इस संबंध में जो हम समझते हैं या करते हैं. उसका व्रत और उपवास से कोई लेना देना नहीं है. पाखंडी व्यवस्था (असमानता पर आधारित तथाकथित ...धर्म) में व्रत...

मोदी जी को हराइए…उनकी हार में ही देश की जीत है…

कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी. सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़माँ हमारा...और ये 5 साल के शासन के बाद हमें पाकिस्तान का भय दिखा कर वोट मांग रहे है. उस पाकिस्तान का भय, जो हमसे 4 युद्ध बुरी तरह हार चुका है....

धर्मयुद्ध के समक्ष दिग्विजय सिंह!

सत्रहवें लोकसभा का चुनाव अपना आधे से ज्यादा का सफ़र पूरा कर चुका है. अबतक चार चरणों के चुनाव पूरे हो चुके हैं और विपक्ष का हौसला बुलंद है. किन्तु हौसला बुलंद होने के बावजूद इन तीन चरणों में इवीएम जिस तरह से काम...

तीसरे चरण का चुनाव सपा- बसपा के मेल का सही परीक्षण

17 वीं लोकसभा के तीसरे चरण में गुजरात की सभी 26, केरल की सभी 20, गोवा कि दो, दादर और नगर हवेली की एक दमन दीव कि एक सीट, असम की चार, बिहार की 5, छत्तीसगढ़ की 7, जम्मू-कश्मीर की एक, कर्णाटक की 14,...

बदलती पत्रकारिता के दौर में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश की चुनाव रिपोर्टिंग की यादें

आजकल का पत्रकारीय माहौल देखकर 'चुनाव में पत्रकार की अपनी हिस्सेदारी' विषय पर लिखने का मन हुआ. मेरा मानना है, किसी लेखक, बुद्धिजीवी, एकेडेमिक, सामाजिक या राजनीतिक कार्यकर्ता की तरह एक सक्रिय पत्रकार, खासतौर पर रिपोर्टर या एंकर को चुनाव में किसी एक उम्मीदवार...

इस तस्वीर को देखकर वाजपेयी के दिल पर क्या गुजरती?

अटल बिहारी वाजपेयी ने सपा-बसपा के बारे में कहा था कि “एक काँटे से दूसरे काँटें को निकाला और फिर दोनों काटों को फेंक दिया.” आज दोनों “काँटे” फिर से इकट्ठा हैं. बताइए कि आज जिस तरह दोनों तरफ मुलायम सिंह यादव और अखिलेश...

क्यों हुआ जेट कर्मचारियों का यह हाल

जेट एयरवेज में लगभग 20 हजार कर्मचारी काम करते थे। आज से जेट एयरवेज बन्द हो गया। ये पूछ रहे है कि "who will give us jobs now? (अब इन्हें नौकरी कौन देगा)। यदि हर परिवार में औसतन 5 लोग हो तो इस फैसले...

संकट-मुक्त होता आंबेडकरवाद

मंडल उत्तरकाल में जो ‘वाद’ सारे वादों को म्लान करते हुए नित्य नई बुलंदी छूते जा रहा है, वह और कोई नहीं आंबेडकरवाद है. इस बात को समझने के लिए पहले आंबेडकरवाद की परिभाषण समझ लेनी होगी. वैसे तो आंबेडकरवाद की कोई निर्दिष्ट परिभाषा...

अगड़ा-पिछड़ा केन्द्रित हुआ चुनाव का पहला चरण

सात चरणों में पूरा होने वाले 17 वीं लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 18 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 91सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है. कुछ जगहों पर छिटफुट हिंसा की घटनाओं के बावजूद जम्मू कश्मीर सहित सभी क्षेत्रों में...

बुद्ध को मानने वाले देश में एक अनुभव

अपने देश पर गर्व करते हों तो गर्व करने के लिए और अपने देश पर गर्व करवाने के लिए अपने कर्तव्य को भी मानो और उसे निभाओ. आपके देश का नाम पूरी दुनियाँ जाने और कहे कि उस देश के नागरिक अतिथि की मदद...

लोकसभा चुनाव 2019, बहुजन एजेंडा:सामाजिक और राजनीतिक क्रान्ति का एक नया शंखनाद!

2 अप्रैल,2018 भारतीय आंदोलनों के इतिहास के बेहद खास दिनों में चिन्हिंत हो चुका है. उस दिन एससी/एसटी एट्रोसिटी एक्ट को कमजोर किये के खिलाफ,बिना किसी नामी-गिरामी नेता और संगठन के आह्वान के ही लाखों लोग सडकों पर उतरे और अभूतपूर्व भारत बंद का...

जिग्नेश मेवाणी पर सवाल क्यों उठा रहे हैं गुजरात के लोग

उनाकांड के पीड़ित दलित परिवार धरने पर बैठे हैं। उन्हें इंसाफ नहीं मिला है। वह सरकार से विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनाकांड के कई आरोपी भी जेल से छूट गए हैं। लेकिन जिग्नेश भाई बिहार में "मां की कसम" खाकर...

रवीश का ब्लॉग- कांग्रेस के घोषणा पत्र में न्याय योजना सबसे खास

2019 के चुनावों के लिए कांग्रेस का घोषणा पत्र आ गया है. इधर-उधर के बयानों से बेहतर है कि अब घोषणा पत्रों में लिखी गई बातों को पकड़ा जाए. उन्हें याद रखा जाए. उसी तरह से जैसे 2014 के चुनावों में बीजेपी के घोषणा...
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ओपीनियन

प्रो. नन्दू राम: भारतीय समाजशास्त्र को समग्रता प्रदान करने वाले समाजशास्त्री

भारतीय समाजशास्त्र में प्रो. नन्दू राम अगर अपनी लेखनी से भारत की एक-चौथाई जनता का समाजशास्त्रीय सच प्रकाशित एवं स्थापित नहीं करते तो भारतीय...

राजनीति

झारखंड और हेमंत सोरेन का दुनिया भर में नाम

नई दिल्ली/रांची। झारखंड की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में शुरू की गई मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना को अब अंतरराष्ट्रीय मंच...
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