सुना है आप सभी ने 25 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है. विरोध करना और विरोध के शांतिपूर्ण तरीके का चुनाव करना आपका लोकतांत्रिक अधिकार है. मेरा काम सरकार के अलावा आपकी ग़लतियां भी बताना है. आपने 25 सितंबर को...
Written By- सूर्यकांत देवांगन (भानुप्रतापपुर, कांकेर, छत्तीसगढ़)
देश में कृषि सुधार विधेयक पर जमकर घमासान मचा हुआ है। सरकार जहां इस विधेयक को ऐतिहासिक और किसानों के हक़ में बता रही है, वहीं विपक्ष इसे किसान विरोधी विधेयक बता कर इसका पुरज़ोर विरोध कर रहा...
कोविड-19 के कारण मोदी सरकार ने बिना देश के लोगों को भरोसे में लिए जिस तरह अचानक लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी, देश भर में अफरा-तफरी मच गई। उस दौरान खासतौर पर रोज कमाने खाने वाले मजदूरों पर आफत आ गई थी। लाखों...
बिहार की राजनीति में बड़ा कद रखने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह का दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। रघुवंश प्रसाद सिंह के नाम का नाम हाल में राजद से इस्तीफा देने के कारण सुर्खियों में रहा। उन्होंने दिल्ली में एम्स के बिस्तर से चिट्ठी...
दिसंबर 2018 में, महाराष्ट्र के एक पुलिस अधिकारी भाग्यश्री नवटेके की एक वीडियो रिकॉर्डिंग वायरल हुई, जिसमें वह दलितों और मुसलमानों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने और उन्हें प्रताड़ित करने के बारे में डींग मारते हुए दिखाई दे रही थी। उसने जो कहा...
- लेखक- आशाराम जागरथ
‘अम्बेडकर इन इंडिया’ के सम्पादक दयानाथ निगम अब हमारे बीच नहीं हैं। बाईपास सर्जरी करवा चुके निगम जी डायबटीज के भी मरीज थे। पिछले दिनों उनकी तबियत खराब हुई तो परिजनों ने लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में भरती कराने का...
बेरोजगारी के खिलाफ देश भर में उठती आवाजें और मोदी पर हल्ला बोलबेरोज़गारी को लेकर पूरे देश में कई हलक़ों से आवाज़ें उठती रही हैं। बुधवार यानी 9 सितंबर को इसे लेकर रात 9 बजे 9 मिनट कैंपेन चलाया गया। इस दौरान देश के...
अगर ब्राह्मण को यहाँ पर खिलाया हुआ भोजन पितरों को पितृ लोक में पहुँच सकता है तो फिर एक यात्री को लम्बी यात्रा पर चलने से एक दिन पहले ब्राह्मण को बुला उतने दिनों का भोजन ठूंस ठूंस कर खिला देना चाहिए जितने दिन...
लेखकः एस.आर दारापुरी आइपीएस (से.नि.)
मैं उत्तर प्रदेश का 1972 बैच का आइपीएस अधिकारी हूं। 2003 में आई.जी. (पुलिस) के रूप में सेवानिवृत्ति के बाद, मैं मानवाधिकार, दलित अधिकार, आरटीआई, वन अधिकार अधिनियम, भोजन और शिक्षा का अधिकार आदि मुद्दों पर सक्रिय रहा हूं। मैं...
Written By- Shailesh Narwade
Jayanti – a film on the anti-caste ideas of Jotiba Phule, Chhatrapati Shahu Maharaj and Dr B R Ambedkar – has started crowdfunding on Crowdera to seek people’s support for its completion. The film is about a youth’s reformation journey. It’s...
Written by- डॉ. सिद्धार्थ
केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि अकुशल केंद्रीय कर्मचारियों को 50-55 साल में या 30 साल का सेवाकाल पूरा होने पर जनहित में रिटायर किया जा सकता है। यहां सवाल यह है कि यदि केंद्रीय कर्मचारियों को अकुशल होने पर...
जाति को लेकर सिर्फ आरक्षण की चर्चा करने की ट्रेनिंग सवर्ण परिवारों में अक्सर बचपन में ही दे दी जाती है. ऐसे बच्चों और बच्चियों के लिए समस्या जातिवाद नहीं, आरक्षण है, जबकि राष्ट्र निर्माताओ ने संविधान में आरक्षण का प्रावधान जाति समस्या के...
विगत 3 जून को केंद्र सरकार ने दो नए अध्यादेशों पर मुहर लगाई थी। सरकार द्वारा इन अध्यादेशों को कृषि सुधार की दिशा में सबसे बड़ा कदम बताया गया था। लेकिन अब किसान और व्यापारी समाज के लोग इसी के खिलाफ खड़े हो गए...
गांव की पूरी की पूरी युवा आबादी, घोर लंपटई की गिरफ्त में है। पढ़ाई -लिखाई से नाता टूट चुका है। देश-दुनिया की कुल समझ व्हाट्सएप से बनी है। वहां पाकिस्तान माफ़ी मांगता है और चीन थरथर कांपता है। दहेज में बाइक मिली है, भले...
Written By- दयानाथ निगम
देश का सबसे बड़ा सूबा है उत्तर प्रदेश। इस प्रदेश ने कई नायकों को जन्म दिया। यही वह प्रदेश है, जहां से पिछड़े समाज को जगाने वाले नायक बड़ी संख्या में निकले। राम स्वरूप वर्मा का नाम उसमें प्रमुखता से शामिल...
- Written By- सुरेश कुमार
इसमें कोई दो राय नहीं है कि सवर्णों की प्रताड़ना का बिंदु दलित समाज है। यह उच्च श्रेणी की मानसिकता वाला समाज दलितों पर अन्याय और जुल्म करने के मामले में इतिहास के पन्ने काले से काले करते आया है।...
Written By- डॉ. सिद्धार्थ
सुप्रीम कोर्ट की अवमानना मामले में सीनियर वकील प्रशांत भूषण दोषी ठहराया गया है। न्यायपालिका के प्रति कथित रूप से दो अपमानजनक ट्वीट करने को लेकर अधिवक्ता प्रशांत भूषण के खिलाफ स्वत: शुरू की गई अवमानना कार्यवाही में आज सुप्रीम कोर्ट...
मेरी एक मित्र मुंबई मे रहती हैं। लॉकडाउन से ठीक एक हफ्ता पहले एक लड़की ने उन्हे महाराष्ट्र के किसी गाँव से फोन किया। वह लड़की लगभग रोते हुए उनसे बोली कि मैं पीएचडी कर रही हूँ और बहुत परेशान हूँ। उसके पीएचडी गाइड...
Written By- सूरज येंगड़े
आरक्षण और भूमि सुधारों के माध्यम से संवैधानिक वादे हमें इकठ्ठा करने के लिए कुछेक तरीकों में से एक थे। किन्तु ये बहुत ज़्यादा विवादित रहे हैं। सभी के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए भूल-सुधार/क्षतिपूर्ति का माध्यम सबसे व्यवहारिक तरीकों...
Written By- आरिफ हुसैन
असम में पिछले साल से नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (NRC) पर चल रही कारवाई और अमित शाह की घोषणा ने, कि NRC पुरे देश में लागू की जायेगी, नागरिकता और राष्ट्रीय पहचान के मुद्दे की बहस को नई ऊर्जा दे दी...