नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मॉब लिंचिंग को रोकने के लिए केंद्र व राज्य सरकार का निर्देश दिया है. इसके बावजूद भी भाजपा के मंत्री ने मॉब लिंचिंग के आरोपियों का फूल-माला पहनाकर स्वागत किया है. इस फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विपक्षी दल व आम जनता इसकी निंदा कर रही है. यहां तक की झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने भी फोटो को ट्वीट कर आपत्ति जताई है.
दरअसल, पिछले साल झारखंड के रामगढ़ में एक मीट व्यापारी को पीट-पीटकर भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया था. बीफ ले जाने के शक में उसकी हत्या हुई थी. इस मामले में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया था. जिनकी आजीवन कारावास की सजा पर रांची हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. इस फैसले से खुश हुए आरोपी जिसमें भाजपा कार्यकर्ता भी शामिल हैं, जय प्रकाश नारायण जेल से निकलकर सीधे केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा के घर पहुंचे. मंत्री ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया.
सोशल मीडिया पर किरकिरी होने पर मंत्री ने सफाई दी है कि ‘मेरा न्यायिक व्यवस्था और कानून में पूरा विश्वास है. दुर्भाग्य से, मेरे कार्यों के बारे में गैर जिम्मेदार बयान दिए जा रहे हैं जबकि मैं कानून के दायरे में रहकर काम कर रहा हूं. जो निर्दोष हैं वह बच जाएंगे और जो दोषी हैं उन्हें कानून के हिसाब से सजा दी जाएगी. रामगढ़ मॉब लिंचिंग मामले में रांची हाईकोर्ट जोकि इस मामले की सुनवाई कर रही है. उसने आरोपियों की सजा पर रोक लगा दी है और उनके केस की सुनवाई करते हुए उन्हें जमानत दी है. केस को दोबारा सुना जाएगा.’

बता दें कि 40 साल के अलीमुद्दीन अंसारी को रामगढ़ शहर के टंड इलाके में स्थित बाजार में 29 जून 2017 को भीड़ ने कार में बीफ ले जाने के शक में पीट-पीटकर मार डाला था. बाद में हुई फोरेंसिक जांच में भी इस बात की पुष्टि हुई की कार में रखा मीट बीफ ही था. इस साल मार्च में एक फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 11 लोगों को इस घटना में आरोपी माना था. हालांकि पिछले हफ्ते झारखंड हाईकोर्ट ने भाजपा कार्यकर्ता सहित 8 लोगों की सजा पर रोक लगा दी थी.
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