लखनऊ। योगी आदित्यनाथ सरकार ने समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के काफिले में शामिल 3-3 स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) को वापस लेने का निर्णय लिया है. दरअसल, एसयूवी की मांग अधिक होने की वजह से यह फैसला लिया गया है. वर्तमान में पूर्व मंत्री की हैसियत से इन दोनों नेताओं के काफिले में वन प्लस फाइव एसयूवी है.
राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश शुक्ला ने बताया कि अखिलेश और मुलायम के काफिले में तीन-तीन एसयूवी अधिक थी. ये गाड़ियां पूर्व मुख्यमंत्री के काफिले में एस्कॉर्ट के रूप में चलती हैं. मुख्य गाड़ी जिनमें अखिलेश और मुलायम चलते हैं, उसमें कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. जो एसयूवी उनके काफिले से ली जा रही है, उनके स्थान पर एम्बेसडर गाड़ियां दी जाएंगी.
शुक्ला ने बताया कि अब सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के काफिले में एक सामान गाड़ियां रहेंगी. इनमें वन प्लस टू एसयूवी और तीन एम्बेसडर होगी. राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी का कहना है कि एसयूवी की डिमांड ज्यादा है और विभाग के पास एसयूवी कम है. लिहाजा ये कटौती करनी पड़ रही है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा नेता मुलायम सिंह पर मेहरबानी दिखाते हुए उन्हें अपनी पसंदीदा मर्सिडीज रखने की छूट दी है. योगी ने पहले ही मुलायम सिंह यादव की मर्सिडीज हटाने से मना कर दिया था कि नेताजी की इच्छा के बगैर उसे नहीं हटाया जाए.
सिर्फ अखिलेश और मुलायम ही नहीं बल्कि मायावती और राजनाथ सिंह के सरकारी काफिले को भी छोटा किया गया है और अब सभी सरकारी काफिलों में 5 एसयूवी की जगह दो एसयूवी और तीन एंबेसडर चलेंगे.
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।