बेंगलुरू। 18वीं सदी में मैसूर के शासक रहे टीपू सुल्तान की आज जयंती है. कर्नाटक में कांग्रेस इसे भारी सुरक्षा बीच मना रही है. लेकिन भाजपा टीपू सुल्तान की जयंती का विरोध कर रही है. कार्यक्रम के विरोध में मदिकेरी में राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों पर पत्थबाजी की गई. कोडागू में इसी को ध्यान में रखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है.
राज्य भर में इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 11 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार पिछले तीन सालों से मैसूर के शासक रहे टीपू को स्वतंत्रता सेनानी के रूप में सम्मानित कर रही है जबकि कोडावा समुदाय, भाजपा और कुछ दक्षिणपंथी संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. उनके मुताबिक, टीपू धार्मिक आधार पर कट्टर था. जबरन उसने लोगों का धर्म परिवर्तन कराकर इस्लाम कबूल करवाया था.
Stones thrown at a Karnataka State Road Transport Corporation bus in Madikeri, during protest against Tipu Jayanti celebrations pic.twitter.com/SgZQ9iD9wH
— ANI (@ANI) November 10, 2017
विपक्षियों के विरोध के बाद भी कांग्रेस ने टीपू सुल्जतान की जयंती मनाने का फैसला किया. जिसके चलते उसे विरोध का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस के निर्देश के मुताबिक, सरकारी कार्यक्रम में होने वाले जुलूस को छोड़कर किसी और को जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी. बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर टी.सुनील कुमार ने बताया कि कर्नाटक राज्य पुलिस की 30 टुकड़ियां और 25 सशस्त्र दल के साथ पुलिसकर्मी और बाकी अधिकारी शहर में तैनात किए गए हैं.
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