हैदराबाद। हैदराबाद विश्वविद्यालय के एक छात्र ने कुलपति अप्पा राव से पीएचडी की डिग्री लेने से मना कर दिया. इस छात्र को रोहित वेमुला के साथ विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया था. विरोध जताने के तौर पर छात्र ने अप्पाराव के हाथ से डिग्री नहीं ली.
दरअसल, विश्वविद्यालय के 18वें दिक्षांत समारोह में छात्र वी. सुंकन्ना ने डॉक्टरेट की डिग्री लेने से इंकार कर दिया. सुंकन्ना ने कहा कि मैंने पहले ऐसा कोई प्लान नही बनाया था. मैंने सोचा था कि चीफ गेस्ट हमें डिग्री देंगे. जब मैं सामारोह में गया और देखा कि अप्पा राव डिग्री दे रहें, तब मैंने निर्णय किया कि मैं अप्पाराव के हाथ से डिग्री नहीं लूंगा.
संकन्ना मंच पर गए और समारोह में उपस्थित सभी लोगों के सामने डिग्री लेने से मना कर दिया. संकन्ना कहा कि जब में मंच पर गया, मैंने उनसे कहा कि मैं आपके अलावा किसी अन्य व्यक्ति से डिग्री ले लूंगा लेकिन आपसे नहीं लूंगा. अप्पाराव ने मुझे बोला की अभी डिग्री ले लो और हम इस पर बाद में चर्चा करेंगे, लेकिन मैंने नहीं लिया.
मंच पर इस विरोध के बाद कुलपति सुंकन्ना की मांग पर सहमत हो गए और प्रो- वाइस चांसलर विपिन श्रीवास्तव ने सुंकन्ना को डिग्री दी. सुंकन्ना का हाल ही में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस में प्रोफेसर के तौर ज्वाइंनिंग हुआ है.
गौरतलब है कि रोहित वेमुला आत्महत्या मामले में अप्पाराव को जनवरी में फोर्स्ड लीव पर भेजा गया और उनपर एस/एसटी( प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटी) एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज हुआ है.
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।