नई दिल्ली। एनडीटीवी चैनल को स्पाइसजेट के सह-संस्थापक अजय सिंह द्वारा खरीदे जाने की खबरें मीडिया में सुबह से चल रही है. लेकिन एनडीटीवी ने बीएसई को आधिकारिक पत्र लिख कहा है कि चैनल के बिकने की खबर पूरी तरह से गलत है. जिसके बाद चैनल के बिकने की अफवाहों पर विराम लग गया है.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के अनुसार, मीडिया जगत में हलचल तेज हो गई है जब खबर आई कि मोदी सरकार को नारा देने वाले ‘अबकी बार मोदी सरकार’ अजय सिंह ही इसके मालिक होगें.
लेकिन वहीं अंग्रेजी अखबार ‘द हिन्दू’ में छपी एक खबर के अनुसार, एनडीटीवी के बिकने की खबर को पूरी तरह से कोरी अफवाह बताया गया है. समाचार पत्र के अनुसार,एनडीटीवी के वरिष्ठ अधिकारी ने इस खबर को पूरी तरह अफवाह करार दिया है साथ ही कहा है कि ये पूरी तरह से गलत खबर है.
एनडीटीवी ने किया खंडन
एनडीटीवी के BSE को दिए आधिकारिक पत्र में लिका है कि, चैनल के बिकने की खबर गलत है. एनडीटीवी अपने शेयर नहीं बेच रहा है. इसके साथ उन्होंने लिखा कि, ऐसी उम्मीद है कि इस पत्र के साथ ही चैनल के बिकने की कोरी अफवाहों पर भी विराम लग जाएगा.
बता दें कि बीएसई में रजिस्टर्ड प्रत्येक कंपनी को अपने शेयरों का लेन-देन करने की हर जानकारी बीएसई को देनी होती है. लेकिन चैनल के खंडन के बाद खबरों पर विराम लग गया.
जबकि आज सुबह से पूरे मीडिया में हलचल तेज हो गई थी जब एनडीटीवी के बिकने की खबर विस्तार से आई. जोकि इस प्रकार थी-
मीडिया संस्थान एनडीटीवी को स्पाइसजेट के सह-संस्थापक अजय सिंह ने खरीद लिया है. स्पाइसजेट के चेयरमैन और मैनेजिंग एडिटर अजय सिंह के पास एनडीटीवी के करीब 40 प्रतिशत शेयर होंगे. प्रणय रॉय और राधिका रॉय के पास करीब 20 प्रतिशत शेयर होंगे.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के जून 2017 तक के आंकड़ों के अनुसार एनडीटीवी में प्रमोटरों के पास 61.45 प्रतिशत हिस्सेदारी है. वहीं 38.55 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक शेयरधारकों के पास है. सूत्रों के अनुसार अजय सिंह एनडीटीवी का 400 करोड़ रुपये का कर्ज भी वहन करेंगे. कुल सौदा करीब 600 करोड़ रुपये में हुआ बताया जा रहा है. सौदे में करीब 100 करोड़ रूपए तक नकद रॉय दंपति को मिल सकता है.
इंडियन एक्सप्रेस ने जब एनडीटीवी के सूत्र से पूछा कि क्या चैनल स्पाइसजेट के अजय सिंह को बेचा जा चुका है? तो जवाब मिला, “हाँ, सौदा पक्का हो चुका है और संपादकीय अधिकार के साथ चैनल का नियंत्रण अजय सिंह के हाथ में होगा.” इसी साल पांच जून को सीबीआई ने रॉय दंपति के निवास और दफ्तर पर कथित तौर पर बैंक लोन न चुकाने से जुड़े मामले में छापा मारा था. एनडीटीवी ने छापे के बाद जारी बयान में सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था.
एनडीटीवी के प्रमोटरों प्रणय रॉय, राधिका रॉय और प्रमोटर संसथा आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड की सीबीआई वित्तीय लेन-देन के एक मामले में जांच कर रही है. इंडियन एक्सप्रेस को सूत्रों ने बताया कि स्पाइसजेट के सह-संस्थापक और मालिक अजय सिंह एनडीटीवी के सबसे बड़े शेयर धारक बनने जा रहे हैं. अजय सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साल 2014 के चुनाव प्रचार की कोर टीम में शामिल थे.

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