नई दिल्ली। कौशाम्बी के प्राथमिक विद्यालय भैरवा में एक दलित छात्र से शौचालय साफ कराने की शर्मनाक घटना सामने आई है. आरोप विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर है. घटना के बाद बच्चे ने घर पहुंचकर अपनी नानी को पूरी बात बताई. प्रधानाध्यापक के खिलाफ नानी ने कौशाम्बी थाने में तहरीर दी है, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की. बीते गुरूवार को नानी छात्र को लेकर जिला मुख्यालय जा रही थीं, लेकिन कुछ लोगों ने रास्ते में उन्हें रोक लिया और अफसरों तक नहीं पहुंचने दिया.
प्राथमिक विद्यालय भैरवा में कक्षा एक में पढ़ने वाला पांच वर्षीय छात्र भैरवा गांव में ही अपनी नानी मालती देवी के साथ रहता है. 24 अक्तूबर को वह स्कूल गया तो प्रधानाध्यापक रावेंद्र सिंह ने उसे स्कूल का शौचालय साफ करने को कहा. शिवा ने मना किया तो उसे डांटा गया और ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया. शौचालय साफ होने के बाद शिवा पर पानी डालकर भीगे कपड़ों में उसे घर भेज दिया गया.
ठिठुरते और रोते हुए वह घर पहुंचा तो नानी मालती देवी उसकी हालत देख सन्न रह गईं. पूछने पर उसने अपनी नानी को घटना की जानकारी दी, जिस पर मालती देवी आगबबूला हो गईं. वह शिवा को लेकर सीधे कौशाम्बी थाने पहुंच गईं. उन्होंने थाने में प्रधानाध्यापक के खिलाफ शिकायत दी.
हफ्ते भर बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो मालती देवी गुरूवार को अफसरों से मिलने जिला मुख्यालय की ओर से चल पड़ीं लेकिन गांव के ही कुछ लोगों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया. सुलह-समझौते के लिए काफी देर तक पंचायत चली लेकिन मालती देवी अपने नाती को न्याय दिलाने के लिए अड़ी रहीं. वह अब पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और प्रधानाध्यापक के खिलाफ हर हाल में कार्रवाई चाहती हैं.
कौशाम्बी थाने के एसओ ने कहा कि ‘मामले की तहरीर मिली है. त्योहार होने के कारण स्कूल बंद हो गए थे, इसलिए जांच नहीं हो पाई है. जल्द ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.’

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