लखनऊ। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनाव आचार संहिता के गंभीर उल्लंघन का आरोप लगाया है. मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री पर चुनाव आचार संहिता के गंभीर आरोप होने के बाद भी चुनाव आयोग कोई ऐक्शन नहीं ले रहा है. बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने कहा कि पीएम मोदी ने महिला सम्मान और मर्यादाओं का उल्लंघन करना शुरू कर दिया है.
गुरुवार को मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘पीएम मोदी चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के अनेकों गंभीर आरोपों के बावजूद थैंक्स टू चुनाव आयोग अब तक पूरी तरह से आजाद और बेपरवाह घूम रहे हैं और इसीलिए अब इन्होंने महिला सम्मान और मर्यादाओं की सीमा भी लांघनी शुरू कर दी है. वाकई बीजेपी/आरएसएस ने लाजवाब नेता 5 वर्ष तक देश पर थोपा.’
मायावती ने कहा, ‘बीजेपी ऐंड कंपनी के लोग यह कहकर कि मोदी के मुकाबले विपक्ष का पीएम पद का उम्मीदवार कौन है, देश की 130 करोड़ जनता का बार-बार अपमान क्यों करते रहते हैं? ऐसा ही अहंकारी सवाल पहले उठाया गया था कि नेहरू के बाद कौन? लेकिन देश ने इसका तगड़ा और माकूल जवाब तब भी दिया था और आगे भी जरूर देगा.’
इससे पहले मायावती ने ट्वीट करके आरक्षण मुद्दे पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा था. मायावती ने कहा कि आरक्षण मामले में पीएम नरेंद्र मोदी देश को गुमराह कर रहे हैं. कांग्रेस की तरह इनके शासनकाल में भी एससी/एसटी और ओबीसी आरक्षण की व्यवस्था को पूरी तरह से निष्क्रिय और निष्प्रभावी बना दिया गया है. इसके लिए मोदी सरकार को जवाब देना होगा.
मायावती ने कहा कि सरकार आरक्षण मसले पर अपनी जवाबदेही से बच नहीं सकती. दलितों, आदिवासियों और ओबीसी के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षित लाखों पदों को नहीं भरा जा रहा है. इस वजह से इस वर्ग के लोग अभी तक बेरोजगार हैं. सरकार ऐसा करके इन लोगों का हक मार रही है. मायावती ने इस मसले पर भी केंद्र और राज्य सरकारों से जवाब मांगा. जरूरतमंद को नौकरी देने की बजाय सरकारें उनका हक मार रही हैं. मोदी और बीजेपी जनता को इसका पहले हिसाब दें.
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