लखनऊ। आपसी खिंचतान के बाद एक दूसरे के धुर विरोधी हो गए बेटे अखिलेश यादव और पिता मुलायम सिंह यादव फिर से साथ आने लगे हैं. यूपी की सत्ता गंवाने के बाद जहां अखिलेश यादव के तेवर भी ढीले हुए हैं तो वहीं अब मुलायम सिंह यादव को भी लगने लगा है कि इस उम्र में बेटे से मतभेद ठीक नहीं है. ऐसे में मुलायम और अखिलेश के रिश्ते सुधरने लगे हैं और अब मुलायम धीरे-धीरे खुलकर अखिलेश के साथ आने लगे हैं.
पिता औऱ बेटे के बीच कल यानि 28 सितंबर को मुलाकात होने के बाद मुलायम सिंह बेटे अखिलेश के पक्ष में बात करते दिखे. तो वहीं अपने भाई शिवपाल यादव को भी अखिलेश यादव के साथ रिश्ते सुधारने की नसीहत दे डाली. मुलायम और अखिलेश यादव के साथ आने से शिवपाल यादव की अलग पार्टी बनाने की योजना को झटका लगा है.
अगर सब कुछ ठीक रहा और शिवपाल और अखिलेश यादव के बीच का झगड़ा सुलझ गया तो अखिलेश के अलावा मुलायम और शिवपाल भी सपा के राष्ट्रीय सम्मेलन में दिख सकते हैं. पिता और बेटे के बीच हुई इस मुलाकात में अखिलेश यादव अपने पिता और पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव को आगामी पांच अक्तूबर को आगरा में होने वाले सपा के राष्ट्रीय अधिवेशन का न्यौता देने पहुंचे थे. इस सम्मेलन में पार्टी का नया अध्यक्ष चुना जाना है. इस पर सबकी नजर रहेगी कि 5 अक्टूबर को पिता मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद बेटे अखिलेश यादव को मिल पाता है या नहीं.
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