एमस्टरडम। भारत सवा अरब लोगों का एक बाजार है, जो निवेश के लिए बांहें फैलाए आपका इंतजार कर रहा है. कारोबार के लिए यहां बेहतरीन माहौल तैयार कर दिया गया है. ये बातें भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ने डच कंपनियों के सीईओ के साथ चर्चा में कहीं. प्रधानमंत्री ने कहा कि नीदरलैंड में बसे भारतीयों की तादाद ब्रिटेन के बाद सर्वाधिक है. भारत भी डच नागरिकों को पांच साल के लिए बिजनेस व टूरिस्ट वीजा देगा. इसका निर्णय निकट भविष्य में किया जाएगा.
2 दिन की अमेरिका यात्रा के बाद 27 जून को नीदरलैंड की राजधानी एमस्टरडम पहुंचे मोदी ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत उसके वो 80 करोड़ लोग हैं, जो अभी तक 35 साल की उम्र से नीचे हैं. ये हमारा बेहतरीन भविष्य हैं. नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे से बातचीत में पीएम मोदी ने एमटीसीआर में स्थायी सदस्यता प्राप्त होने पर यूरोप का आभार व्यक्त किया. यह वही संघ है, जिसमें शामिल होने के बाद भारत के मिसाइल कार्यक्रम ने रफ्तार पकड़ी. भारत रूस के साथ संयुक्त रूप से मिसाइल कार्यक्रम पर काम कर रहा है. दोनों देशों के बीच जलवायु परिवर्तन के नियमों पर अमल करते रहने की सहमति बनी. साथ ही अक्षय ऊर्जा में हिस्सेदारी और जल परियोजनाओं को लेकर भी बातचीत हुई.
मोदी ने कहा कि भारत में 7 हजार से ज्यादा बार सुधार करके एफडीआई (फोरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट) को इस काबिल बनाया गया है कि विदेशी निवेश आसानी से हो पाए. सरकार ने आर्थिक क्षेत्र को इस लायक बनाया है, जिससे भारत का स्तर और ऊंचा उठे. मार्क रुटे ने कहा कि भारत तेजी से वैश्विक महाशक्ति बना है. आज राजनीति के साथ आर्थिक क्षेत्र में वह बड़ी ताकत है. मेक इन इंडिया और क्लीन इंडिया की तारीफ करते हुए रुटे ने कहा कि यूरोप के साथ भारत के कारोबार का 20 फीसदी माल नीदरलैंड के रास्ते वहां जाता है.
पूंजी प्रवाह होगा और भी आसान
नीदरलैंड और भारत के बीच पिछले 70 सालों से बिजनेस संबंध हैं. नरेंद्र मोदी ने डच पीएम के साथ चर्चा में बिजनेस के लिए नियमों को और आसान बनाने पर सहमति दी. ऐसा करने से दोनों के बीच पूंजी का प्रवाह आसान हो जाएगा. अगले 70 साल के लिए ये नियम संशोधित किए जा रहे हैं. भारत-नीदरलैंड के बीच राजनयिक संबंधों को भी 70 साल पूरे हो चुके हैं. दोनों प्रधानमंत्रियों ने आतंकवाद का एक साथ सामना करने की बात कही.
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