लखनऊ। कर्नाटक से लौटकर यूपी के कैराना उपचुनाव में विपक्ष भाजपा को हराने के लिए नई चाल चली है. कैराना उपचुनाव में बीजेपी की मुसीबत बढ़ गई है. उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी कंवर हसन ने राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) को समर्थन दे दिया है. आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम के विपक्ष में उनके देवर कंवर हसन निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे.
महागठबंधन बनाम बीजेपी
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नेता इमराज मसूद कई दिनों से कंवर हसन को समर्थन के लिए मनाने में जुट गए थे. आखिरकार इमराद की मेहनत रंग लाई. इसके बाद लगभग साफ हो गया है कि अब कैराना में महागठबंधन बनाम बीजेपी की सियासी लड़ाई होगी. इससे बीजेपी का डर बढ़ता दिख रहा है.
28 मई को वोटिंग
कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 28 मई को वोटिंग होनी है. कैराना में आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम और दिवंगत सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह (बीजेपी प्रत्याशी) के बीच सीधी टक्कर होनी है. वहीं, नूरपुर में एसपी ने नईमुलहसन को मैदान में उतारा तो बीजेपी ने अवनी सिंह पर दाव लगाई है.
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी के क्षेत्र गोरखपुर व फुलपुर उपचुनाव में बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी थी. इस बात का ख्याल रखकर बीजेपी ने कैराना में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को तीन दिन तक यहां रखा और फिर प्रदेशाध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय भी लगातार दौरा कर किए हैं. साथ बी संगठन महामंत्री सुनील बंसल पांच दिन तक बैठक किए. केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह के अलावा दस से ज्यादा यूपी के मंत्री, सात सांसद और 19 विधायकों के साथ ही संगठन के पदाधिकारियों की एक बड़ी टीम यहां डेरा डाले हुए है. सीएम योगी आदित्यनाथ भी तीन दिन में दो सभाएं कर चुके हैं.
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