पुष्कर। बढ़ते दलित और महिला अत्याचारों के विरूद्ध सोमवार को अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकार मंच ने विरोध प्रदर्शन किया. मंच के बैनर तले दलित समाज ने सरकार और पुलिस को चेताया की यदि दलित और महिला अत्याचार के मामलों में पुलिस चुप्पी साधे हुए रही तो निर्णायक आंदोलन किया जाएगा. इससे पहले अम्बेडकर सर्किल पर सैकड़ो दलित समुदाया के लोग एकत्रित हुए. यहां पर उन्होंने बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा के सामने सरकार और पुलिस की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ में आहूतिया दी.
इसके बाद मंच के अध्यक्ष छितर मल टेपन के नेतृत्व में तहसील कार्यालय तक एक विरोध रैली के रूप में पहुंचे. रैली में आक्रोशित दलितों ने एसपी और आईजी के नाम की तख्ती गधो के गले में पहनाकर कर व्यवस्था पर कटाक्ष किया. रैली के दौरान दलित समाज ने सरकार और पुलिस के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की और सरकार का पुतला जलाकर तहसीलदार प्रदीप कुमार चौमाल को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राज्यपाल के नाम का ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में आरोप लगाया गया की कानून के रखवाले ही अपराधियों से गठजोड़ किए हुए है. ऐसे एसपी और आईजी को तुरंत प्रभाव से हटाया जाये. मंच के अध्यक्ष छितरमल टेपन ने बताया की प्रदेश में 8 दलितों की हत्या हो चुकी है लेकिन एक भी आरोपी नहीं पकड़े गए है.

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