पचास के दशक का फ्लैशबैक. आप देख सकते हैं कि लोग फिल्मी गाने सुनने के लिए एक रेडियो के चारों तरफ इकठ्ठा हैं. किसी भी फिल्म के हिट होने के लिए अच्छा संगीत एक अनिवार्यता थी और गायकों, संगीतकारों के नाम घर-घर में पहचाने जाते थे. भले ही आपको यकीन ना हो लेकिन उन दिनों ऑल इंडिया रेडियो पर बॉलीवुड का संगीत बैन था और इस कारण रेडियो सीलोन की हिंदी सेवा भारत में बहुत हिट थी. रेडियो सीलोन पर आने वाले अमीन सायानी द्वारा प्रस्तुत ‘बिनाका गीतमाला’ और सुनील दत्त द्वारा ‘लिप्टन के सितारे’ जैसे कार्यक्रम रेडियो पर राज करते थे. ‘बिनाका गीतमाला’ 1988 से विविध भारती पर प्रसारित होने लगा.
इसी पृष्ठभूमि पर ऑल इंडिया रेडियो ने 3 अक्टूबर 1957 को विविध भारती लॉन्च किया था. यह एक ऐसा रेडियो स्टेशन था जो मनोरंजन के लिए बना था. यहां फिल्मी गाने, एकांकी, छोटे नाटक और संवादात्मक कार्यक्रम प्रसारित होते थे. कुछ पुराने संगीत कार्यक्रम जिन्हें संगीतप्रेमी आज भी याद करते हैं वो थे संगीत सरिता, भूले बिसरे गीत, जयमाला, इनसे मिलिए, छायागीत इत्यादि.
यह सभी कार्यक्रम मुंबई के बोरीवली में बनाए जाते थे और फिर इन्हें सैटेलाइट के जरिए पूरे देश में प्रसारित किया जाता था. पहले इस सेवा में कोई विज्ञापन नहीं थे लेकिन 1967 में इसमें विज्ञापनों को भी जगह मिली. समय के साथ विविध भारती हर संगीतप्रेमी की जिंदगी का एक अहम हिस्सा बना गया. समय के साथ विविध भारती भी बदला है और इसने 2015 में FM चैनल लॉन्च कर दिया साथ ही उन्होंने मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट भी लॉन्च की है.
Reporter/Jr. Sub Editor