मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में कुर्सी से बांधकर महिला जूनियर इंजीनियर को जिंदा जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. अहियापुर थाना के बजरंग विहार कॉलोनी के एक निर्माणाधीन मकान में बीते रविवार देर रात मुरौल में पदस्थापित मनरेगा जेई सरिता देवी को जिंदा जला दिया गया. मौके पर केवल राख और पैर की हड्डियां मिली हैं. मृतका की मां कुसुम देवी ने शव की पहचान की है. शुरूआती जांच में पुलिस इसे हत्या का मामला मान रही है.
जानकारी के मुताबिक मृतका सरिता देवी सीतामढ़ी की रहने वाली है. सरिता की शादी नेपाल बॉर्डर पर कन्हौली फूलकाहां निवासी विजय नायक से हुई थी. उसके दो पुत्र हैं. पति गांव में ही रहता है. सरिता पिछले तीन सालों से मुरौल में जेई पद पर थी और बजरंग विहार कॉलोनी में विजय गुप्ता के मकान में रहती थीं. विजय मनरेगा की योजनाओं का इस्टीमेट बनाता था.
बीते सोमवार की सुबह शॉट सर्किट से आग की सूचना पर लोग जमा हो गए. विजय किसी को अंदर नहीं जाने दे रहा था. कुछ लोग जबरन अंदर गए. वहां देखा कि पैर की जली हड्डी और अवशेष पड़ा है. माना जा रहा है कि किसी ने कुर्सी ने बांध कर महिला को जला दिया. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. इस संबंध में विजय गुप्ता से भी पूछताछ की जा रही है.
पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है. नोट में मृतका ने अपनी मां से बच्चों का ख्याल रखने की बात कही है. फिलहाल पुलिस ने सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग को पुख्ता करने के लिए फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. बता दें कि मृतका रविवार शाम आखिरी बार कॉलोनी में ही देखी गई थी.
गौरतलब है कि घटनास्थल और मौके पर पड़ी हड्डियों को देखकर पुलिस को शक है कि महिला को केमिकल छिड़क कर जलाया गया होगा. फिलहाल पुलिस सभी सुबूतों को इकट्ठा करते हुए परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रही है. साथ ही पुलिस ने निर्माणाधीन मकान को भी सील कर दिया है.

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