इलेक्ट्रॉनिक बैटरी से चार्ज होने वाली बसें शुक्रवार से मुंबई की सड़कों पर दौड़ना शुरू हो गईं. लगातार घाटे में चल रही बेस्ट बसों को फायदे में लाने और उन पर हो रहे अधिक खर्च से बचने के लिए बेस्ट ने अब इलेक्ट्रॉनिक बसों का सहारा लिया है. ये बसें करीब 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से मुंबई की सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी.
इन बसों में लीथियम आयन बैटरी लगी है, जिसे एक बार चार्ज करने पर बस 200 किमी तक चल सकती है. शुरू में 4 बसों को टेस्टिंग के तौर पर मुंबई की सड़कों पर उतारा गया है. एक बस की कीमत करीब 1.67 करोड़ रुपए है यानि करीब 10 करोड़ रुपए खर्च कर इन बसों को सड़क पर उतारा गया है.
इन ई-बसों को चलाने पर प्रति किलोमीटर का खर्च सीएनजी के मुकाबले 46 प्रतिशत कम तथा डीजल के मुकाबले 60 प्रतिशत कम आएगा. सीएनजी बसों को चलाने में जहां 15 रुपये प्रति घंटा लगता है, डीजल बसों को चलाने में प्रति किलोमीटर 20 रुपये का खर्च आता है, तो वहीं इलेक्ट्रिक बसों को चलाने में प्रति किलोमीटर 8 रुपये का खर्च आएगा. इन बसों में 31 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है. और हर बड़े डिपो में इन बसों का चार्जर लगाया गया है जहां पर इन बसों को चार्ज किया जा सकता है.
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।