दरभंगा। बिहार के दरभंगा जिले के कोर्थ गांव में सवर्णों ने दलितों पर अत्याचार किया. सरकार द्वारा दलितों को दी गई जमीन पर गांव के सवर्ण अपने सगे-संबंधी और गुर्गों के साथ दलितों के घर पर हमला कर दिया. पहले तो उनकी जमकर पिटाई की सामान लूट लिए और कुछ घरों को उजाड़ दिया, तो कुछ घरों को आग के हवाले कर दिया.
एक दलित वृद्ध दंपत्ति ने जब इसका विरोध किया तो सवर्णों ने दोनों पति-पत्नी को ना सिर्फ हाथ-पांव बांध कर घर को पूरी तरह उजाड़ दिया बल्कि मुंह में मल-मूत्र भी जबरन डाल दिया गया. सवर्णों का घंटों तक दलितों पर कहर चलता रहा. इसकी सूचना थाने को मिलते ही भारी संख्या में पुलिस पहुंच गयी. हलांकि पुलिस के आते ही सभी हमलावर फरार हो गए. तकरीबन एक दर्जन लोग घायल हो गये. चार दलितों की हालत गंभीर है जिसे दरभंगा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. इलाके में तनाव जारी है.
मामला घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के कोर्थ गांव का है, जहां सरकार के अधिकारी सीओ और थाना पुलिस गांव के ही कई दलित लोगों को भूदान के अंतर्गत मिली जमीन पर 19/11/2016 को अलग-अलग जगहों पर भू-दखल कराया गया था, जिसके बाद दलित परिवार वहां अपनी झोपड़ी बना कर रहने लगे. सवर्णों को यह बात नागवार गुजरी और दो दिन बाद ही सवर्णों ने कानून को ठेंगा दिखाते हुए दलितों के घरों पर एक साथ हमला कर ना सिर्फ लूट-पाट मचाई बल्कि जमकर मारपीट भी की.
बीते मंगलवार की सुबह 10 दलितों की झोपड़ी उजाड़ने व मारपीट कर जख्मी कर देने मामले में राजेन्द्र पासवान के बयान पर गांव के जटाशंकर झा, राम कुमार झा, नरेन्द्र झा, आदित्य कुमार झा, रामानंद झा, विजय कुमार झा, दिनेश झा सहित 23 लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी संख्या 192/016 दर्ज की गई है.
ज्यादातर घरों को आग के हवाले कर दिया. घटना के बाद घायलों को दरभंगा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया. वहीं आरोपी पुलिस की दबिश के कारण गांव छोड़ फरार है. बिरौल एसडीओ मो. शफीक व एसडीपीओ सुरेश कुमार ने गांव का जायजा लिया है. इस क्रम में थानाध्यक्ष को आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए छापामारी तेज करने का आदेश दिया हैय एसडीओ ने बताया कि गांव के दलितों को पूरी सुरक्षा प्रदान की गई है. उन्होंने स्थिति को पूरी तरह सामान्य बताया है.
बताया जाता है कि पूरे फसाद की जड़ वो जमीन है, जिसपर भूदान यज्ञ कमेटी से पर्चाधारी दलित व पूर्व से जमीन पर काबिज भूस्वामी के बीच विवाद चल रहा है. बताया जाता है कि दलितों के बीच भूदान की जमीन बांट दी गई थी. लेकिन, जमीन पर पर्चाधारियों को कब्जा नहीं मिल पाया था. इस बीच दस दलित परिवारों को प्रशासन की ओर से जमीन पर कब्जा दिलाया गया था. इसके बाद से जमींदार कब्जाधारियों को सबक सिखाना चाहते थे. इसको लेकर मंगलवार को सवर्णों ने दलितों की झोपड़ियों पर हमला कर आग लगा दी. साथ ही विरोध करने आए दलितों की जमकर पिटाई कर दी.

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