नई दिल्ली। दिल्ली में जिस तरह की प्रदूषण वाली धुंध छाई हुई है, वैसे ही हालात चीन की राजधानी पेइचिंग में पिछले चार दिनों से थी. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के यहां पहुंचने से पहले ही धुंध को हटा दिया गया. ट्रंप को प्रदूषण से कोई दिक्कत न हो इसलिए चीन ने आसमान में छाई धुंध की मोटी परत को मंगलवार रात में ही हटा दिया.
दरअसल, चीन की राजधानी में बीते चार दिनों से धुंध थी और बुधवार को ट्रम्प को यहां पहुंचना था, चीन ने ऐसे में कमाल दिखाया और ट्रंप के आने से पहले आपातकालीन उपायों के जरिये आसमान साफ किया. चीन ने गाड़ियों और कंस्ट्रक्शन पर अस्थाई रोक लगा दी. स्टील, सीमेंट और कोयला कंपनियों के प्रोडक्शन पर अस्थाई रोक लगा दी. दूसरे शहरों से आने वाले वाहनों पर रोक लगा दी गई. लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तेमाल करने को कहा गया. एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल किया गया जिससे पानी की बौछार के साथ डस्ट पार्टिकल्स नीचे आ गए.
दूसरी ओर नई दिल्ली में बुधवार को एक विशेष मेहमान- ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स आए. लेकिन उन्हें धुंध के बीच ही एयरपोर्ट पर उतरना पड़ा. सोशल मीडिया पर कई भारतीय यूजर्स ने इस बात पर सवाल उठाया कि आखिर हम चीन जैसे आपातकालीन उपाय क्यों नहीं उठा सकते.
अब सवाल ये है कि भारत में क्या ये संभव है? देखा जाए तो दोनों ही देश घनी आबादी वाले हैं और जिन शहरों की बात की जा रही है वहां काफी भीड़ है. ऐसे में वाहनों पर रोक लगाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को मजबूत बनाना होगा साथ ही तकनीक का इस्तेमाल भी करना होगा.

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