जम्मू-कश्मीर का पहलगाम आतंकी हमले से ऐसा गूंजा है कि उसकी गूंज देश भर में महसूस की जा रही है। मंगलवार 22 अप्रैल को दोपहर तीन बजे के करीब हुए इस आतंकी हमले में 28 नागरिकों की जान चली गई। इसमें दो विदेशी पर्यटक...
अगर किसी कमजोर व्यक्ति के ऊपर बैंक के कुछ लाख रुपये बकाया हो जाए तो बैंक जब्ती के आदेश निकाल देती है। अगर कोई साधारण व्यक्ति बैंक से लोन लेने जाए तो उसे इतने पापड़ बेलने पड़ते हैं कि वह लोन की बात ही...
आंध्र प्रदेश। तेलंगाना और हरियाणा के बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने भी आरक्षण में वर्गीकरण का अध्यादेश जारी कर दिया है। प्रदेश सरकार ने यह अध्यादेश 17 अप्रैल को जारी किया गया। आंध्र प्रदेश की बात करें तो राज्य में कुल 59 अनुसूचित जातियां...
उच्चतम न्यायलय के न्यायाधीश बी.आर. गवई यानी भूषण रामकृष्ण गवई भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। वर्तमान मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने केंद्रीय कानून मंत्रालय को उनके नाम का प्रस्ताव भेज दिया है। सीजीआई खन्ना 13 मई को रिटायर हो रहे हैं। इसके बाद...
‘द स्टोरीटेलर’ जैसे गुणवत्तापूर्ण, संवेदनशील और अर्थपूर्ण फिल्म बनाने वाले राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अनंत महादेवन निर्देशित ‘फुले’ फिल्म प्रदर्शन से पहले ही जबरदस्त विवादों में फँस गई है। ‘फुले’ मूलतः 11 अप्रैल 2025 को प्रदर्शित होने वाली थी, लेकिन महाराष्ट्र की कुछ ब्राह्मण संघटनों...
रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन यानी गुरुजी के बेटे और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं। रांची में आयोजित पार्टी के 13वें महाधिवेशन में पार्टी ने हेमंत सोरेन को अपना अगला अध्यक्ष चुन लिया। इस...
डॉ. अंबेडकर ही एक ऐसे महापुरुष हैं जिनका जन्मदिन, उनके जन्मदिन से पहले और सप्ताह और महीनों बाद तक मनाया जाता रहता है। संविधान निर्माण में डॉ. अम्बेडकर की भूमिका के बारे में कौन नहीं जानता? संविधान में बहुत सारे प्रावधान हैं लेकिन अभी...
नेहरू की जगह सरदार पटेल पी.एम. होते तो देश के हालात कुछ और होते। ये सवाल नेहरू या कांग्रेस से नाराज हर नेता या राजनीतिक दल खासकर संघी/ जनसंघी/ भाजपायी हमेशा उठाते रहे हैं। समय समय पर समाचार पत्र और पत्रिकाओं में भी इसकी...
बढ़ती आर्थिक असमानता अर्थशास्त्र में विकास के सकारात्मक सूचक के रूप में मानी जाती है। परंतु यह सिद्धान्त केवल पश्चिमी देशों में लागू होता है। भारत जैसे सोपानिक, जातीय रूप से विखण्डित समाज में आय और संसाधनों का असमान वितरण जातीय रूप धारण कर...
तमिलनाडु। तामिलनाडु के कोयंबरटूर जिले से एक हैरान करने वाली खबर आई है। जिले के सेनगुट्टईपलायम में एक दलित छात्रा को इसलिए कक्षा के बाहर बैठकर परीक्षा देनी पड़ी, क्योंकि उसे पीरियड आ गया था। इस मामले में पीड़ित छात्रा के परिजनों ने पुलिस...
भारतीय पुनर्जागरण के पुरोधा राजा राममोहन राय, देवेन्द्र नाथ टैगोर, विवेकानंद और दयानंद सरस्वती नहीं, बल्कि जोतिराव फुले, शाहू जी, पेरियार, सावित्रीबाई फुले, ताराबाई शिंदे और पंडिता रमाबाई हैं। भारतीय पुनर्जागरण का केंद्र बंगाल नहीं, महाराष्ट्र है। इस पुनर्जागरण की नींव जोतीराव फुले ने...
हम आपको अपना मानते हैं, तब भी जब आप हमारे ग्रंथों को अपना नहीं मानते। फिर भी हम हिन्दू वो लोग हैं, जो आपको स्वीकार करते हैं और गले लगाकर चलते हैं। वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान संसद में बौद्ध धर्म पर...
वाराणसी। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में पीएचडी में दाखिले को लेकर शिवम सोनकर अभी धरने पर बैठे ही थे कि विश्वविद्यालय में जातिवाद का नया मामला सामने आ गया है। खबर है कि दलित समाज से ताल्लुक रखने वाले सीनियर प्रोफेसर को अंगूठा दिखाते हुए...
आज एक अप्रैल है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का स्थापना दिवस। वह रिजर्व बैंक जिसकी स्थापना में बाबासाहेब डॉ. आंबडेकर की अहम भूमिका थी। जी हां, बाबासाहेब आंबेडकर ने न सिर्फ भारतीय संविधान को बनाने में अहम भूमिका निभाई, बल्कि रिजर्व बैंक की स्थापना...
बोधगया महाविहार मुक्ति का आंदोलन भारत से होते हुए अब दुनिया के तमाम देशों में पहुंच चुका है। दुनिया के तमाम हिस्सों में मौजूद अंबेडकरवादी और बौद्ध समाज के लोगों ने भारत में चल रहे इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। बीते दिनों...
हम तुम्हें नहीं छोड़ेंगे, तू मुझे अच्छी लगती है... यह मुजफ्फरनगर के मोहम्मद मोनिस और आरिश के शब्द हैं जिन्होंने नाबालिग दलित लड़की से छेड़छाड़ की और उसके Private Parts को छुआ। जब बच्ची के पिता ने इसका विरोध किया, तो मुस्लिम समुदाय के...
ओडिशा के आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले में भूखमरी के कारण एक दादी को अपने पोते को मात्र 200 रुपये में बेच दिया। पोते की उम्र सात साल है। यह सिर्फ़ एक घटना नहीं, बल्कि इस देश की असलियत है। यह कोई पहली घटना नहीं...
नई दिल्ली। भारत के श्रेष्ठ संस्थान जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में सोशल साइंस विभाग में प्रोफेसर, डॉ. विवेक कुमार ने देश का नाम विश्व पटल पर रौशन कर दिया है। समाज विज्ञानियों और वैज्ञानिकों की AD वर्ल्ड रैंकिंग द्वारा वर्तमान वर्ष 2025 की...
नई सदी में हाशिये के समाज में जन्मे किसी लेखक के आकस्मिक तौर पर निधन से बहुसंख्य वंचित वर्गों के बुद्धिजीवी और एक्टिविस्टों को 6 मार्च, 2025 जैसा आघात कब लगा था, मुझे याद नहीं! उस दिन सुबह अपार प्रतिभा और अतुलनीय मेधा के...
जगन मोहन रेड्डी का भव्य महल, जिसे एक पूरे पहाड़ को समतल कर बनाया गया, राजनीतिक विलासिता और सार्वजनिक संसाधनों के दुरुपयोग का एक स्पष्ट उदाहरण है। 61 एकड़ में फैला यह आधुनिक किला सात आलीशान इमारतों से बना है, जिसमें ऐसी भव्य सुविधाएँ...