लंबे समय से बीमार रही रमणिका गुप्ता का निधन हो गया. उनकी बीमारी की हालत में मैं उनसे कई बार मिलने गया और यह महसूस होता था कि वह और जीना चाह रही हैं. थोड़ा बहुत भी ठीक होती तो भिड़ जाती अपने कामों...
महाभारत युद्ध शुरू होने की महक फिजाओ में गूंज रही है. शहरों से लेकर गांव और गांव के मोहल्लों में चर्चाओं का दौर जारी है. जहाँ भी दो लोग इकठ्ठा हो रहे है बस एक ही चर्चा
युद्ध, युद्ध और सिर्फ युद्ध पुरे वातावरण में...
सरकार हो तो ऐसी? जो कहा वो नहीं किया मगर वो काम कर गयी जिसके कारण भाजपा को आरएसएस की मुखौटा वाली पार्टी कहा जाता है वोट के लिए सबका साथ और सबका विकास का नारा दिया. मगर पांच वर्षों में सामाजिक और आर्थिक...
गोवा के मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय रक्षामंत्री मनोहर पर्रीकर पैंक्रियाटिक कैंसर से एक वर्ष तक जूझने के बाद देह से विदेह हो जाना न केवल गोवा बल्कि भाजपा एवं भारतीय राजनीति के लिए दुखद एवं गहरा आघात है. उनका असमय निधन हो जाना सभी...
पिछले कुछ दिनों से, विशेष रूप से जब से लोकसभा चुनावों की सरगर्मी तेज़ हुई है, भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद को मीडिया द्वारा काफ़ी स्पेस दिया जा रहा है. कुछ दिन पहले बिना प्रशासनिक अनुमति के रैली करने के लिए उनकी गिरफ़्तारी और...
पिछले 5 सालों में जिस तरह से बहुजन मीडिया ने ज़बरदस्त प्रगति की है वो वाकई प्रशंसनीय है. असल में ये समय की मांग भी थी क्यूंकि जिस तरह से मनुवादी ताकतों ने टीवी सैटलाइट मीडिया पर कब्ज़ा कर लिया है उससे पुरे अम्बेडकरवादी...
बाबासाहब डा. अंबेडकर का मानना था कि भारत का इतिहास ब्राह्मण एवं बौद्ध संस्कृतियों के बीच संघर्ष का इतिहास है. 185 ई.पू. में ब्राह्मण सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने बौद्ध सम्राट बृहद्रथ की धोखे से हत्या किया तथा स्वयं राजा बन बैठा. इसने बौद्ध संस्कृति...
25 साल का यह युवा मगना राम केडली है,जो नोखा इलाके का रहनेवाला है. एकदम निडर युवक. बाबा साहेब के विचारों से प्रभावित हो कर 10 वर्षों से जन संघर्ष में जुटा है.
आज अचानक ही जयपुर की सड़क पर भेंट हो गई, विधानसभा के...
आजकल "13 प्वाइंट रोस्टर" आम 85 फीसदी पिछड़े लोगों के लिए एक कौतूहल का विषय बना हुआ है तो समझदार पिछड़ों के लिए आक्रोश का। लोग जानना चाहते हैं आखिर यह 13 पॉइंट रोस्टर है क्या? लेकिन विशेषज्ञों के अभाव में विस्तार से 13...
सवर्ण आरक्षण से पनपा : संख्यानुपात में आरक्षण का जज्बा ! गत 7 जनवरी को जब यह तय हो गया कि मोदी सरकार गरीब सवर्णों को आरक्षण देने का विधेयक लोकसभा और राज्य सभा में न सिर्फ लाएगी, बल्कि उसे पारित भी करा लेगी,...
भारतीय मीडिया ने बालाकोट में भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद हुई मौतों के आंकड़ों पर जो खबर चलाई, वो एजेंडा सेटिंग का हिस्सा था. संख्या क्या है कोई नहीं जान पाएगा, जब तक पाकिस्तान आधिकारिक तौर पर नहीं बता दे. लेकिन वह क्यों...
पीएम मोदी ने सेना की उपलब्धि को ठीक उसी तरह भुनाया जिसका अंदेशा था. इंडिया टुडे कॉनक्लेव में वो ठीक वही बोले जिसका अंदाज़ा था. उन्होंने मोदी विरोध और देश विरोध एक कर दिया. खुद पर उठ रहे सवालों को सेना के शौर्य और...
अगर आप अपनी नागरिकता को बचाना चाहते हैं तो न्यूज़ चैनलों को देखना बंद कर दें। अगर आप लोकतंत्र में एक ज़िम्मेदार नागरिक के रूप में भूमिका निभाना चाहते हैं तो न्यूज़ चैनलों को देखना बंद कर दें। अगर आप अपने बच्चों को सांप्रदायिकता...
24 फरवरी 2019 का दिन देश के इतिहास में हमेशा याद रहेगा. शायद इसलिए कि प्रधान मंत्री मोदी ने कुंभ में सफाई करने वाले कुछ सफाई कर्मचारियों के पैर धोने का उपक्रम किया. इस मौके पर कुंभ में सफाई अभियान की तारीफ करते हुए...
क्या भारत के संविधान में दलितों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए पैर धौने की व्यवस्था दी गई है? आप संविधान पढ़ेंगे तो पता चलेगा और उसका उत्तर होगा "बिल्कुल भी नही" ! तो फिर दलितों/सामाजिक रूप से बहिष्कृत निचली और पिछड़ी जातियों...
एक ऐसे समय में जबकि लोकसभा चुनाव की औपचारिक घोषणा होने ही वाली है, गत 14 फ़रवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीऍफ़ की टुकड़ी पर एक भयावह आतंकी हमला हुआ, जिसमें 40 से अधिक जवानों की जान चली गयी और कई...
बहुजन समाज हमेशा से देशभक्त रहा है, बहुजनों को देशभक्ति के लिए किसी भी राजनैतिक पार्टी से सर्टिफिकेट की ज़रूरत नहीं है, बहुजनों के ख़ून में देशभक्ति भरी पड़ी है वह हमेशा से कुर्बानी देता आया है. अपने कार्य को पूरी ईमानदारी, लगन से...
सीआरपीएफ हमेशा युद्धरत रहती है. माओवाद से तो कभी आतंकवाद से. साधारण घरों से आए इसके जाबांज़ जवानों ने कभी पीछे कदम नहीं खींचा. ये बेहद शानदार बल है. इनका काम पूरा सैनिक का है. फिर भी हम अर्ध सैनिक बल कहते हैं. सरकारी...
भारत वर्ष आरक्षण का देश है.अगर महान समाज विज्ञानी कार्ल मार्क्स के अनुसार अगर अबतक विद्यमान समाजो का लिखित इतिहास वर्ग संघर्ष का इतिहास है तो भारत में वह आरक्षण पर केन्द्रित संघर्ष का इतिहास है. इसलिए यहाँ शक्ति के स्रोतों पर काबिज विशेषाधिकारयुक्त...
दुबई में रह रहे बहुजन भारतियों नें पहली बार सत्तरवें गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक प्रोग्राम का आयोजन किया जिसका विषय था –“भारतीय संविधान और प्रजातंत्र”. 25 जनवरी 2019 को कार्यक्रम आयोजित था. मेरे अलावें डॉ मुन्नी भारती, भू-वैज्ञानिक सरविंद जी और सेल...