गाजियाबाद। एक तरफ जहां देश में जातीय भेदभाव मिटाने और उन्हें सामान अधिकार दिलाने की बातें सभी राजनैतिक दल कहते हैं वहीं, दूसरी तरफ साहिबाबाद के एक बिजली घर में दलित के साथ छुआछूत का मामला सामने आया है. घटना साहिबाबाद के आनन्द इंडस्ट्रियल स्टेट में बने बिजली घर की है, जहां दलित युवक के पानी मांगने पर कार्यकारी इंजीनियर और चपरासी ने पानी पिलाने से मना कर दिया.
दरअसल बिजली घर में किसी कार्य से आये एक दलित मोनू ने बिजली घर के कार्यकारी इंजीनियर ने प्रभात कुमार और चपरासी पर आरोप लगाया है कि जब उसने पीने के लिए चपरासी से पानी मांगा तो चपरासी ने उन्हें जाति सूचक शब्द बोलते हुए पानी पिलाने से मना कर दिया और कहा ये साहब के गिलास हैं और साहब ने आप जैसे लोगों को पानी पिलाने से मना किया है. जिस पर दोनों में कहासुनी हो गई.
जब कहासुनी की आवाज कार्यकारी इंजीनियर प्रभात कुमार ने सुनी तो वे अपने कमरे से बाहर आया. आरोप है कि इंजीनियर ने भी मामले को जानने के बाद दलित को जाति सूचक शब्द बोलते हुए कहा कि यहां तुम जैसे लोगों को पानी पिलाने नहीं आते हैं. मोनू शिकायत लेकर बीते रविवार को दलित समाज के लोगों के साथ साहिबाबाद थाने पहुंचे और अपनी शिकायत दी. पुलिस को जैसे ही मामले की शिकायत मिली पुलिस ने मामले की जांच में जुट गयी है. पुलिस का कहना है की मामला संज्ञान में आया है, जिसकी जांच की जा रही है और इस मामले जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी
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