लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2019 में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया ने पीएम नरेंद्र मोदी को लगातार अपने रडार पर रखा है. बसपा मुखिया मायावती ने जाति को लेकर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.
लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिया मायावती ने ट्वीट किया है कि श्री मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं. उन्होंने जातिवाद का दंश नहीं झेला है और जातियों को लेकर मिथ्या बातें करते हैं. बसपा प्रमुख ने कहा कि जातिवाद के अभिशाप से पीडि़त लोग कैसे इसका सामना करते हैं, इन्हें पता होना चाहिए. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं, इस बात को पूरा देश जानता है.
मायावती ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन्म से पिछड़े नहीं हैं, बस राजनीतिक फायदे के लिए वह ऐसा कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव के पहले चरण से ही मायावती और नरेंद्र मोदी के बीच जाति पर टिप्पणी को लेकर बहस छिड़ी हुई है. बसपा सुप्रीमो ने कहा कि जातिवाद के अभिशाप से पीडि़त लोग कैसे इसका सामना करते हैं, इन्हें पता होना चाहिए. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं, इस बात को पूरा देश जानता है.
बसपा मुखिया मायावती ने आरोप लगाया कि जातिवाद का दंश क्या होता है, इन्हें नहीं पता क्योंकि इन्होंने कभी इसे झेला ही नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से महागठबंधन को लेकर लगातार की जा रही बयानबाजी पर मायावती ने कहा कि गठबंधन के बारे में पीएम को इस तरह की गलत बातें नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि गठबंधन जाति के नाम पर वोट नहीं ले रहा है, लेकिन भाजपा वाले इस प्रकार का झूठ प्रचारित कर रहे हैं. पीएम मोदी तो चुनावी फायदे के लिए जबरदस्ती पिछड़ा बन रहे हैं, इसका इस्तेमाल सिर्फ और सिर्फ स्वार्थ के लिए हो रहा है.
बसपा प्रमुख ने दावा किया कि इस बार उत्तर प्रदेश में महागठबंधन को सबसे ज्यादा सीटें मिलने जा रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी चुनाव हारने जा रहे हैं, ये निश्चित हो गया है.
मायावती ने कहा कि पीएम मोदी को गठबंधन के लिए ऐसे शब्दों के इस्तेमाल से बचा जाना चाहिए क्योंकि ऐसे शब्द ठीक नहीं हैं. बसपा प्रमुख ने कहा कि मोदी ने खुद को जबरदस्ती का पिछड़ा घोषित कर रखा है. अगर वह जन्म से ही पिछड़े हैं तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उन्हें दोबारा प्रधानमंत्री नहीं बनने देगा. संघ ने कल्याण सिंह जैसे पिछड़े वर्ग के नेता के साथ क्या किया, यह सबको मालूम है. मायावती ने कहा कि गठबंधन पर आरोप लगाने के बजाय मोदी को गुजरात में झांकना चाहिए. मुझे पता चला है कि वहां दलितों को सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार नहीं मिला है. वहां एक दलित युवक को अपनी शादी में घोड़े पर नहीं चढऩे दिया गया. गुजरात में दलितों पर जुल्म किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में नहीं आ रही है और मोदी का दोबारा प्रधानमंत्री बनने का सपना पूरा नहीं होगा.
इससे पहले भी मायावती और नरेंद्र मोदी के बीच इस मुद्दे पर जुबानी जंग छिड़ चुकी है. मायावती ने पीएम मोदी को एक फर्जी ओबीसी करार दिया था. मैनपुरी में जब मायावती ने मुलायम सिंह यादव के समर्थन में सभा की थी तो उन्होंने मुलायम सिंह को पिछड़ों का असली नेता बताया था और नरेंद्र मोदी को फर्जी ओबीसी का कहा था.
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