नई दिल्ली। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद शुक्रवार दिल्ली के बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती पर जंतर-मंतर से हुंकार भरेंगे. गुरुवार को मेरठ के आनंद हास्पिटल से छुट्टी मिलने के बाद चंद्रशेखर दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे. वो आज दिल्ली में बहुजन हुंकार रैली में शिरकत करेंगे.
पश्चिम उत्तर प्रदेश में दलित युवाओं के बीच तेजी से अपनी पहचान बनाने वाले भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद शुक्रवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर हुंकार भरेंगे. शुक्रवार को बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती है. बताया जा रहा है कि इस रैली में कांशीराम की बहन भी शामिल हो सकती हैं. अगर ऐसा होता है तो चंद्रशेखर और मायावती के बीच दलितों की राजनीति करने के मुद्दे पर खींचतान बढ़ सकती है. बता दें कि मायावती कांशीराम की राजनीतिक को आगे बढ़ाने का दावा करती रही हैं.
गुरुवार को मेरठ के आनंद हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने के बाद चंद्रशेखर दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे. भीम आर्मी प्रमुख ने गुरुवार को ही मेरठ से ऐलान कर दिया था कि वो शुक्रवार को दिल्ली में बहुजन हुंकार रैली में हर हाल में शामिल होंगे. संगठन का दावा है कि उनकी अभी तक की सबसे बड़ी रैली शुक्रवार होगी. चंद्रशेखर के जेल से छूटने के बाद यह पहली बड़ी रैली हो रही है.
बता दें कि भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने सोमवार को बहुजन हुंकार रैली की शुरुआत की थी. ये यात्रा रविदास छात्रावास से शुरू होने वाली थी, लेकिन आचार संहिता लागू होने के कारण यात्रा की अनुमति नहीं दी गई. इसके बावजूद भी भीम आर्मी ने बहुजन हुंकार रैली की शुरुआत की लेकिन मंगलवार को देवबंद में प्रशासन ने उनकी रैली को रोक दिया.
यात्रा को रोकने जाने के बाद हुए हंगामे के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी.
प्रशासन ने चुनावी आचार संहिता उल्लघंन के चलते चंद्रशेखर को हिरासत में ले लिया था. लेकिन बाद तबियत बिगड़ जाने के चलते उन्हें को मेरठ के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने बुधवार को जाकर मुलाकात की थी.
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