नई दिल्ली। बसपा प्रमुख मायावती द्वारा अपने भतीजे आकाश को बीएसपी से जोड़ने की घोषणा के बाद बहुजन समाज के एक तबके में खासा उल्लास है. बहुजन समाज पार्टी के तमाम समर्थकों ने बहनजी के इस फैसले का स्वागत किया है, लेकिन लगे हाथ आकाश के लिए सुझाव भी दिया है. मायावती ने 17 जनवरी को मीडिया से बात करते हुए अपने भतीजे आकाश को बीएसपी के मूवमेंट से जोड़कर उनको संघर्ष से जोड़ने और सीखने का मौका देने की बात कही थी. इस दौरान मायावती ने मीडिया को भी आड़े हाथों लिया था और अपना गुस्सा जाहिर किया था. इसकी वजह यह थी कि बहनजी के जन्मदिन के दिन और पिछले कुछ दिनों में आकाश के बार-बार दिखने के कारण मीडिया इसको बसपा के भीतर परिवारवाद बताकर मायावती को निशाने पर ले रहा था. हालांकि बसपा समर्थकों ने इस तर्क को खारिज कर दिया है.
आकाश के बीएसपी में सक्रिय होने की खबर के सामने आने के बाद ही प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है. ‘दलित दस्तक’ द्वारा इस खबर को चलाने के बाद इस पर महज 15 घंटों के भीतर 100 से ज्यादा प्रतिक्रियाएं आई है. उससे साफ पता चल रहा है कि बसपा समर्थकों ने शुरुआती तौर पर बहनजी के इस फैसले को साकारात्मक रूप से लिया है.
अमृत प्रकाश ने लिखा है-
फिलहाल इसमें कुछ गलत नहीं है, पर आकाश जमीन पर जाकर काम करें. मीडिया मनुवादी है. मीडिया ऐसा ही करेगा.
विपिन कुमार का सुझाव है कि आकाश को छोटे कार्यकर्ता के पद से शुरुआत करनी चाहिए, जिससे उनको जमीनी स्तर की राजनीति की जानकारी हो सकेगी.
सुशील कुमार ने भी इसी बात को दोहराते हुए लिखा है कि आकाश भाई को युवा नेता के रूप उभर कर जमीनी शुरूआत करनी चाहिए.
Roshan Padwar का कहना है कि, सवर्ण मीडिया भाजपा और कांग्रेस सहित मनुवादी दलों के वंशवाद, परिवारवाद की बातें नहीं करती, जबकि बसपा की छोटी सी बात का बतंगड़ बना रही है. यही सवर्ण मीडिया का दोगलापन है.
चिरंजीव लाल और विजयभान ने बसपा प्रमुख के इस फैसले का समर्थन किया है. उन्होंने लिखा है- बहनजी का फैसला बिल्कुल सही है. मुझे बहुत खुशी हुई.
इसी तरह कुछ लोगों ने आकाश को चुनाव लड़वाने की भी मांग कर दी है. तो कुछ लोगों ने यह भी कहा है कि पार्टी का उत्तराधिकारी कोई जमीनी कार्यकर्ता होना चाहिए, न कि परिवार का कोई व्यक्ति. जैसा की मान्यवर कांशीराम ने किया था. हालांकि बसपा में फिलहाल उत्तराधिकारी का कोई सवाल नहीं है. और वो बहुत बाद की बात होगी. बसपा प्रमुख ने भी अपने बयान में आकाश को सिर्फ बीएसपी मूवमेंट से जोड़ने की बात कही है, न कि उत्तराधिकारी बनाने की. फिलहाल सभी प्रतिक्रियाओं को देखें तो बहुजन कार्यकर्ताओं ने बसपा प्रमुख के फैसले का स्वागत किया है.
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Kripya news ki heading me bahanji Sahi SE likhen
ध्यान दिलाने के लिए धन्यवाद। कर लिया।