नई दिल्ली। साल 2019 के आगमन पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने देश भर के लोगों को बधाई दी है। अपने संदेश में बसपा प्रमुख ने खासतौर पर देश के वीर सैनिकों, पुलिस और जवानों को बधाई देते हुए गरीब, मजदूर और किसानों की बेहतरी की कामना की है। इस दौरान मीडिया को जारी अपने बयान में बसपा प्रमुख ने दो बड़ी बात कही है।
बसपा प्रमुख ने तीन तलाक विधेयक और मध्यप्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन दिए जाने के मसले का जिक्र करते हुए दो महत्वपूर्ण बात कही है। तीन तलाक पर अपने बयान में यूपी की पूर्व मुखिया ने विपक्ष की हां में हां मिलाया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को ‘‘तीन तलाक विधेयक-2018’’ को पहले ‘‘संयुक्त संसदीय प्रवर समिति’’ के पास विचार-विमर्श के लिए भेजने की समूचे विपक्ष की मांग को मान लेना चाहिए।
इसके अलावा मायावती ने मध्यप्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के सामने कई मांगे रखते हुए, इन्हें नहीं मानने पर समर्थन देने पर पुनर्विचार करने की धमकी दे डाली। बसपा प्रमुख ने कहा कि इन तीनों राज्यों में कांग्रेस पार्टी की नई बनी सरकारों को किसानों व बेरोजगारों के हितों में तत्काल सार्थक कदम उठाने की जरूरत है। इसके साथ ही बसपा प्रमुख ने 2 अप्रैल 2018 को एससी-एसटी एक्ट के विरोध में किए गए भारत बंद के दौरान राजनीतिक द्वेष के कारण गिरफ्तार किए गए लोगों के मामले तुरंत वापस लेने और खत्म करने की मांग की.
मायावती ने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार ऐसा नहीं करती है तो बी.एस.पी. को इनको बाहर से समर्थन देने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है.