एम. करुणानिधि की अनसुनी बातें

Ø तामिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष एम करुणानिधि नहीं रहें

Ø उनका जन्म 3 जून 1924 को तमिलनाडु के नागापट्टिनम जिले में हुआ था

Ø वो 94 साल के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमार थे

Ø सेहत की वजह से वो बीते दो साल से राजनीति से दूर थे

Ø बचपन में संगीत सीखने के दौरान उन्हें जातिभेद का सामना करना पड़ा था

Ø पेरियार और अन्नादुराई ने पहली बार करुणानिधि की प्रतिभा को पहचाना

Ø पेरियार से काफी प्रभावित थे करुणानिधि

Ø वह करीब 8 दशकों तक राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय रहे

Ø उन्होंने कुल 13 बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और हमेशा जीते

Ø 27 जुलाई 1969 को करुणानिधि डीएमके के अध्यक्ष बने

Ø 1969 में ही वो पहली बार मुख्यमंत्री बनें

Ø वो दिल्ली की राजनीति से दूर ही रहे

Ø वो पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे

Ø करुणानिधि ने आखिरी विधानसबा चुनाव थिरुवरूर विधानसभा सीट से जीता था

Ø करुणानिधि ने अपने बेटे एम.के स्टालिन को अपना राजनीतिक वारिस घोषित किया है

Ø राजनीति से पहले वो फिल्मों में सक्रिय थे

Ø उन्होंने करीब 50 तमिल फिल्मों की पटकथा और संवाद लेखा

Ø उन्होंने तीन शादियां की थी

Ø उनका काला चश्मा उनकी खास पहचान था

Ø अपने चश्मे से उन्हें इतना लगाव था कि उन्होंने इसे 46 साल बदला 2017 में बदला

Ø पुराना चश्मा भारी होने के कारण उन्होंने नया हल्का चश्मा पहनना शुरू किया

Ø करुणानिधि ने 1960 में एक्सीडेंट में एक आंख खराब होने के कारण काला चश्मा पहनना शुरू किया

Ø 40 दिन तक तलाश किए जाने के बाद यह चश्मा जर्मनी से आया था

Ø सबसे पहले पेरियार के आत्मसम्मान आंदोलन से जु़ड़े थे करुणानिधि

Ø आर्यन ब्राह्मणवाद के खिलाफ आंदोलन में भी थे शामिल करुणानिधि

Ø करुणानिधि के समर्थक उन्हें कलाईनार (कला का विद्वान) कह कर बुलाते थे

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