मुंबई। नागपुर-मुंबई दूरंतो एक्सप्रेस के 9 डिब्बे और इंजन मंगलवार सुबह पटरी से उतर गए. महाराष्ट्र में टिटवाला के पास ये हादसा हुआ. इलाके में दो दिन से भारी बारिश हो रही है. इसके चलते रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है. बता दें कि 10 दिन में देश में ये तीसरा ट्रेन हादसा है. कुछ दिनों पहले ही उत्कल एक्सप्रेस और कैफियत एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी.
आसनगांव-वासिंद स्टेशन के बीच सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर ये हादसा हुआ. रेलवे की ओर से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. कल्याण से रेस्क्यू टीम हादसे वाली जगह भेजी गई है. दुर्घटना के बाद आसपास के लोग भी मदद के लिए पहुंच गए. डिब्बों में फंसे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है. सेंट्रल रेलवे के स्पोक्सपर्सन अनिल सक्सेना ने कहा, “शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया था कि 7 डिब्बे और इंजन पटरी से उतरे हैं, लेकिन बाद में रिपोर्ट आई कि कुल 9 डिब्बे और इंजन पटरी से उतरे हैं. रेलवे ने यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए स्टेट ट्रांसपोर्ट की बसों का इंतजाम किया है. “सेंट्रल रेलवे के पीआरओ सुनील उदेसी ने कहा कि अभी तक की जानकारी के मुताबिक किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान और किसी के जख्मी होने की खबर नहीं है. लैंडस्लाइड के चलते हुआ हादसा सेंट्रल रेलवे के सोर्सेज के मुताबिक शुरुआती जांच में पाया गया है कि लैंडस्लाइड की वजह से यह दुर्घटना हुई. इलाके में भारी बारिश के चलते ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह गई.
दूरंतो एक्सप्रेस के जो डिब्बे पटरी से उतरे हैं, उनमें A1, A2, A3 और अन्य कोच शामिल हैं. दुर्घटना के बाद कल्याण से मुंबई के बीच का रेल रूट तीन से चार घंटे तक बाधित हो गया. 19 अगस्त को यूपी के मुजफ्फरनगर में पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. दुर्घटना में 23 लोगों की मौत हुई थी जबकि 60 से ज्यादा घायल हुए थे. आजमगढ़ से दिल्ली जा रही कैफियत एक्सप्रेस 23 अगस्त को तड़के यूपी के औरेया जिले में दिल्ली-हावड़ा रेल ट्रैक पर एक डंपर से टकरा गई. इस हादसे में ट्रेन के इंजन समेत 10 डिब्बे पलट गए थे. 80 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे.

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