नई दिल्ली। वेतन संशोधन की अपनी मांगों को पूरा करान के लिए देशभर के दस लाख बैंककर्मी बुधवार को धरना पर बैठ गए. यह धरना गुरुवार दो दिन तक चलेगा. इससे बैकिंग सेवा पूरी तरह ठप रहेगी. हालांकि पहले दिन ही बैंक सेवाएं ठप रही जिससे कि लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. साथ ही बैंककर्मी अपनी मांगों को पूरा करने के लिए आवाज उठाते दिखे. इनका कहन है कि सरकार जल्द से इनकी मांगों को पूरा करे.
बैंकिंग एसोसिएशन का कहना
बैंककर्मी इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) की तरफ से पूर्व में प्रस्तावित दो प्रतिशत से अधिक वेतन वृद्धि नहीं करने का विरोध कर रहे हैं. तो वहीं अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने यह जानकारी दी कि सरकारी हमारी बातें नहीं मानती है तो और भी बड़े पैमाने पर धरना दिया जाएगा. इस हड़ताल का नेतृत्व यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) कर रहा है, जो कि नौ यूनियनों का नेतृत्वकारी संगठन है. बैककर्मियों ने बताया कि उनके वेतन में एक नवंबर, 2017 से वृद्धि नहीं हुई है.
यह भी कहा गया कि मांगों पर कदम उठाने में पहले ही काफी देरी हो चुकी है. दो प्रतिशत की पेशकश ठीक नहीं है. इसके साथ ही बैंकों के 7वें स्केल तक के अधिकारी के वेतनमानों को वेतन संशोधन बातचीत में शामिल करने की पहले से चली आ रही व्यवस्था जारी रखी जानी चाहिए. इन तमाम मांगों को लेकर बैंककर्मी धरना दे रहे हैं.
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