अयोध्या। राम मंदिर का मुद्दा भले ही सुप्रीम कोर्ट में अटका हो लेकिन विवादित स्थल से थोड़ी ही दूर सरयू के किनारे उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भगवान राम की एक विशाल प्रतिमा स्थापित करेंगे. बताया जा रहा है कि यह भगवान राम की दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति होगी. इसके लिए सरकार एनजीटी से भी इजाजत लेगी.
भगवान राम की यह प्रतिमा योगी सरकार की ‘नव्य अयोध्या’ योजना का एक हिस्सा होगी. यही नहीं इस बार दिवाली के मौके पर जिसे भगवान राम के अयोध्या वापसी का दिन भी माना जाता है, योगी आदित्यनाथ खुद उनके स्वागत के लिए मौजूद होंगे.योजना है कि इस बार अयोध्या को दिवाली में वैसे ही सजाया जाए जैसा कि दिवाली के दिन त्रेतायुग में भगवान राम के लंका पर विजय हासिल करने के बाद सजाई गई थी.
इस मौके पर भगवान राम की अयोध्या वापसी की थीम पर एक भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी जो छोटी दिवाली के दिन दोपहर 2 बजे के आसपास अयोध्या में प्रवेश करेगी. सीएम योगी आदित्यनाथ और उनका मंत्रिमंडल भगवान राम का पूजना वंदन करेगा. उसके बाद राम का राज्यभिषेक भी होगा.
इस मौके पर इंडोनेशिया और थाईलैंड के कलाकार राम के अयोध्या के कलाकार राम के अयोध्या वापसी के प्रसंग का सरयू के किनारे मंचन भी करेंगे. सरयू और आसपास के इलाके की भव्य सजावट की जाएगी. राम की पैड़ी पर एक लाख इकहत्तर हजार दिए जलाए जाएंगे. गौरतलब है कि योगी के सीएम बनने के बाद अयोध्या लगातार सुर्खियों में है. सीएम योगी खुद तीन बार यहां आ चुके हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक अयोध्या और राम से जुड़े सभी स्थानों को विकसित करने की योजना बनाई गई है. योगी के सीएम बनने के बाद अब तक अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए 14 ट्रक पत्थर पहुंच चुके हैं. राम मंदिर कार्यशाला जिन पर नक्काशी का काम लगातार चल रहा है.
यूपी के प्रमुख सचिव पर्यटन अवनीश अवस्थी ने एनडीटीवी से कहा ‘ अयोध्या को विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाने की योजना है. इसके लिए सरकार में बहुत सारी योजनाएं बनाई हैं. मुख्यमंत्री छोटी दिवाली के दिन अयोध्या में खुद उन सभी योजनाओं की घोषणा करेंगे.’

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