नई दिल्ली। टेलीकॉम रेगूलेटरी अथॉरिटी ट्राई कस्टमर्स को लुभाने वाले सस्ते टैरिफ को लेकर नए नियम अगले छह हफ्तों में लाने वाली है. ये नियम टैरिफ की दुनिया में पारदर्शिता लाएगा. ये फैसला ट्राई ने ऐसे वक्त लिया जब टेलीकॉम इंडस्ट्री में रिलायंस जियो के आने से टैरिफ कीमतों में भारी गिरावट आई है.
इकॉनमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ट्राई के सेक्रेटरी सुधीर गुप्ता ने कहा कि ‘टैरिफ के बारे में रेग्युलेटरी सिद्धांतों को 30-45 दिन में जारी करने वाला है. ट्राई टेलिकम्युनिकेशन टैरिफ ऑर्डर 1999 की समीक्षा कर रहा है ताकि कीमत को लेकर चल रहा ये विवाद सुलझाया जा सके.”
जियो पर देश की बड़ी टेलीकॉम कंपनियां ये आरोप लगाती रही हैं कि जियो बाजार में बेहद सस्ते और फ्री ऑफर इसलिए दे रहा है ताकि वो अन्य कंपनियों के यूजर को अपना नेटवर्क छोड़कर जियो यूजर बनने के लिए लुभा सके. टेलीकॉम कंपनियां जियो पर प्रिडेटरी प्राइसिंग के आरोप लगाती रही हैं.
30 से 45 दिन में ट्राई ये तस्वीर साफ कर देगा कि आखिर किस हद तक सस्ता टैरिफ प्लान उतारें ताकि प्रिडेटरी प्राइसिंग का माहौल खत्म किया जा सके.

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