संजयलीला भंसाली द्वारा निर्मित फिल्म पद्मावती में दिखाए गए आपत्तिजनक दृश्यों फिल्म रिलीज नहीं करने की मांग को लेकर सोमवार को राजपूत समाज क्षेत्र की खापों सामाजिक संगठनों ने विरोध जताते हुए प्रदशर्न किया साथ ही लघु सचिवालय पहुंचकर डीसी विजय कुमार सिद्दप्पा को ज्ञापन सौंपा प्रदर्शन की अगुवाई पंवार खाप नेता सतेंद्र परमार कर रहे थे.
सोमवार सुबह पंवार खाप नेता सतेंद्र परमार की अगुवाई में सर्वप्रथम पंवार खाप 32 सर्वजातिय के बैनर तले विभिन्न खापों के प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के सदस्य एवं मौजिज व्यक्ति रोज गार्डन में एकत्रित हुए. यहां मौजूद विभिन्न समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि फिल्म की कहानी में निर्देशक संजय लीला भंसाली ने पैसे कमाने के उद्देश्य ये राजपूत इतिहास ही नहीं अपितु पूरे हिंदू समाज के इतिहास को नीचा दिखाने का दुस्साहस किया है. पद्मावती का जौहर केवल राजपूत इतिहास के सम्मान की बात नहीं है ये तो भारतवर्ष के नारी मान की बात है.
फिल्म की कहानी के अनुसार जो कुछ रानी पद्मावती के बारे में दिखाया गया है वह पूरी तरह से सरासर झूठ है, क्योंकि कभी भी राजपूत रानियों ने नाच गाना नहीं किया.

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