लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती मंगलवार दोपहर राजधानी लखनऊ पहुंचीं और पदाधिकारियों से फोन पर बात की. इस बातचीत के आधार पर ही उपचुनाव में प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. मायावती ने उपचुनाव के संबंध में 23 जून को एक बैठक बुलाई है, जिसमें वह उपचुनाव वाले जिलों के को-ऑर्डिनेटरों और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बातचीत करेंगी.
सपा और बसपा ने मिलकर इस बार लोकसभा चुनाव लड़ा था. हालांकि, अपेक्षित सफलता न मिलने के बाद मायावती ने पहली बार उपचुनाव लड़ने का फैसला किया है. इस उपचुनाव में सपा से अलग होकर बसपा लड़ेगी. लिहाजा, अभी से मायावती ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं. सूत्र बताते हैं कि मायावती ने दिल्ली में समीक्षा करने के बाद लखनऊ पहुंचते ही पदाधिकारियों से फोन पर बात की. उन्होंने पदाधिकारियों से चुनाव बाद के हालात और पार्टी की स्थिति का जायजा लिया. माना जा रहा है कि यह फीडबैक ही प्रत्याशी चयन के लिए आधार बनेगा. कुछ पदाधिकारियों ने संभावित प्रत्याशियों के नाम पर भी मायावती से चर्चा की. इसके बाद उन्होंने 23 जून को बैठक बुलाई है, जिसमें वह विस्तृत बातचीत करेंगी.
सूत्र बताते हैं कि मायावती की निगाहें उपचुनाव पर बेहद संजीदगी से लगी हैं. 12 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें मायावती अपने खाते में चाहती हैं, ताकि विधानसभा में वह खुद को और मजबूत कर सकें. ऐसी स्थिति में और सपा के साथ तालमेल बेहतर रहते हुए विधान परिषद और राज्यसभा की सीटों की संभावना को भी जिंदा रखा जा सकता है. 2017 में बसपा को 19 सीटें मिली थीं. लोकसभा चुनाव में बसपा के एक विधायक के सांसद बनने की वजह से विधायकों की संख्या 18 रह गई है.
Read it also-वडोदरा में एक होटल की सीवेज टैंक साफ करने उतरे 7 मजदूरों की दम घुटने से मौत
दलित दस्तक (Dalit Dastak) एक मासिक पत्रिका, YouTube चैनल, वेबसाइट, न्यूज ऐप और प्रकाशन संस्थान (Das Publication) है। दलित दस्तक साल 2012 से लगातार संचार के तमाम माध्यमों के जरिए हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज उठा रहा है। इसके संपादक और प्रकाशक अशोक दास (Editor & Publisher Ashok Das) हैं, जो अमरीका के हार्वर्ड युनिवर्सिटी में वक्ता के तौर पर शामिल हो चुके हैं। दलित दस्तक पत्रिका इस लिंक से सब्सक्राइब कर सकते हैं। Bahujanbooks.com नाम की इस संस्था की अपनी वेबसाइट भी है, जहां से बहुजन साहित्य को ऑनलाइन बुकिंग कर घर मंगवाया जा सकता है। दलित-बहुजन समाज की खबरों के लिए दलित दस्तक को ट्विटर पर फॉलो करिए फेसबुक पेज को लाइक करिए। आपके पास भी समाज की कोई खबर है तो हमें ईमेल (dalitdastak@gmail.com) करिए।